नागपुर न्यूज4 इंडिया। गन्ने का उत्पादन ज्यादा होने के कारण शक्कर कारखाने किसानों से फसल कटाई और वाहतूक के मनमानादर वसूल कर रहे हैं। इस लूटमार को रोकने के लिए औरंगाबाद जिले से कन्नड़ मतदार संघ के शिवसेना के विधायक हर्षवर्धन जाधव ने 13 दिसंबर को विधान भवन परिसर में ठिय्या आंदोलन की शुरूआत कर दी है।
महाराष्ट्र के गन्ना किसानों की फसल कटाई और वाहतूक के लिए राज्य सरकार ने एफआरपी की मुताबिक सभी शक्कर कारखानों के लिए 25 किमी के अंतर्गत फसल की कटाई और वाहतूक पर 434 रूपये दर तय किया था, लेकिन औरंगाबाद जिले के शक्कर कारखाना प्रशासन किसानों से धोखाधड़ी करते हुए 434 रूपए के बजाए 847 रूपए प्रति टन दर वसूल कर रही है। जाधव का कहना है कि औरंगाबाद जिले में शक्कर कारखानों ने सरकार के आदेश का पालन न करते हुए गन्ना किसानों को निर्धारित दर से भी फसल का कम दाम दे रही है। एक ओर बारामती के शक्कर कारखाना किसानों से सरकार द्वारा निर्धारित किए हुए दर के अनुसार 434 दर वसूल कर रही है, लेकिन वहीं औरंगाबाद जिले के अन्य शक्कर कारखाने किसानों से फसल कटाई के और वाहतूक के 434 रूपए के बजाए 947 रूपए वसूल कर रही है। एफआरपी के अनुसार गन्ना किसानोंको 2550 प्रति टन दर दिया जाता है, लेकिन इस दर में से 847 रूपए काटने के बाद किसानों के हाथों में सिर्फ 1703 रूपए ही बच पाते हैं। साथ ही जाधव ने मांग की है कि महारष्ट्र के गन्ना किसानों को फसल कटाई और वाहतूक का दर काटर कर 2516 रूपए दिए जाने की मांग की है।
जाधव ने शीत सत्र के पहले दिन ही विधानसभा में लक्षवेधी धकिल कर इस मामले पर चर्चा करने की मांग की थी, लेकिन पहले और दूसरे दिन विरोध पक्षों की गड़बड़ी के कारण सभागृह का कामकाज जल्द ही बंद कर दिया गया था, लेकिन 14 दिसंबर को सत्र के तीसरे दिन भी जाधव ने लक्षवेधी पर चर्चा करने की मांग की थी। विधानसभा के अध्यक्ष ने सही समय आने पर चर्चा की जाएगी ऐसा कहते हुए इस बात को टाल दिया।