धार न्यूज 4 इंडिया। कक्षा नवमी की 14 वर्षीय एक छात्रा ने हिम्मत जुटाई और थाने जाकर पुलिस अधिकारी से कहा-‘मेरे माता-पिता मेरी जबरन शादी करना चाहते हैं। मैं पढ़ना चाहती हूं’। इस पर पुलिस हरकत में आई और उसे बाल कल्याण समिति के हवाले किया, जहां उसके बयान दर्ज किए गए। इसके बाद उम्र की तस्दीक करने के लिए जिला अस्पताल में उसका मेडिकल कराया गया। सलकनपुर निवासी यह किशोरी धार की बालिका स्कूल में कक्षा नवमी में पढ़ने आती है। उसने बताया कि उसके माता-पिता मजदूर हैं। गरीबी के कारण उसका विवाह कर देना चाहते हैं, जबकि वह पढ़ना चाहती है। किशोरी ने बताया कि उसे एक परिचित ने उसे पुलिस की मदद लेने के लिए कहा था। इसलिए वह 28 दिसंबर को थाने गई और पुलिस को सारी बात बताई।
बाल कल्याण समिति के बाल संरक्षण अधिकारी अनुज जैन ने बताया कि 29 दिसंबर को किशोरी की काउंसलिंग होगी। इसके माता-पिता से भी बात की जाएगी। इसकी जानकारी जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी भारती दांगी और महिला बाल विकास अधिकारी नीलू भट्ट को दी गई है।
ये हैं धार जिले की कांग्रेस कंवर
बाल विवाह के विरूद्ध आवाज उठाने वाली यह किशोरी धार जिले की कांग्रेस कंवर बन गई है। करीब एक दशकपहले राजस्थान के झालावाड़ जिले की डग विधानसभा क्षेत्र के पथलई गांव में 9 साल की कांग्रेस कंवर ने बाल विवाह रूकवाने का साहत दिखाया था। इसके बाद यह बालिका अंतरराष्ट्रीय स्तर चर्चा में रही थी। उसे अमेरिका में बाल विवाह निषेध कानून के बारे में स्पीच देने के लिए सरकार की ओर से भेजा गया था। यह पूरे राजस्थान ही नहीं पूरे देश में आईकॉन बन गई थी।