मुख्यमंत्री की तल्खी के बाद संभागायुक्त इंदौर, कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने रविवार को रेसीडेंसी कोठी में बैठक लेकर सियागंज व्यापारियों की समस्याएं सुनी। व्यापारियों ने पीड़ा बताते हुए यहां तक कह दिया कि साहब, एक महीने किसी आइएएस को सियागंज की दुकान में बैठाकर देख लीजिए कि व्यापारी किस हाल में व्यापार कर रहा है। सियागंज बाजार सौ साल से ज्यादा पुराना है। व्यापारियों को बेवजह थाने में बैठाने की घटना से बाजार की साख गिरी है। खुद को क्राइम ब्रांच का बताते हुए पुलिसकर्मी दुकानों में आते हैं और सैंपलिंग के नाम पर धमकाते हैं, जबकि पुलिस के पास खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग का अधिकार ही नहीं है। एक घंटे चली बैठक में अधिकारियों ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि उन्हें बेवजह परेशान करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह भी कहा कि अब आगे से पुलिस किसी खाद्य पदार्थ का सैंपल नहीं ले सकेगी।

न्यूज़ सोर्स : एक महीने किसी आइएएस को दुकान पर बैठा दो पता चल जाएगा किस हाल में कर रहे व्यापार