दोहा कृति 'यक्ष प्रश्न हैं सामने' का विमोचन

 
रायपुर 11 मार्च शुक्रवार, स्थानीय वृंदावन हॉल में नवरंग काव्य मंच एवं जैन कवि संगम, छत्तीसगढ़  द्वारा आयोजित काव्य संध्या में श्री राजेश जैन 'राही' की  सातवीं काव्य कृति 'यक्ष प्रश्न हैं सामने' का विमोचन गणमान्य अतिथियों वरिष्ठ साहित्यकार श्री शीलकांत पाठक,श्री लक्ष्मीनारायण लाहोटी, श्री उर्मिला देवी 'उर्मि', श्री सी पी शर्मा 'पीयूष', छबिलाल सोनी के कर कमलों से संपन्न हुआ।
मंच संचालन डॉक्टर सीमा श्रीवास्तव एवं श्री अनिल श्रीवास्तव जाहिद ने किया।
कृति के कुछ दोहों का पाठ कवि राजेश जैन 'राही' द्वारा किया गया।

1- जीने की खातिर रहो, मरने को तैयार,
    सोना है तो जागकर, उठो भरो हुँकार।

2- नाम बदलकर दामिनी, मरती है हर रोज,
     धरना देकर शाम को, नारे करते भोज।

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 महिलाओं1- डॉक्टर सारिका सिंघानिया 2- डॉ अर्चना पाठक 3- डॉक्टर सीमा श्रीवास्तव 4-डॉ नेहा शुक्ला 5-सुश्री नेहा पटनायक 6-श्रीमती गीता मिश्रा 7-श्रीमती यशा वेगड 8-सुश्री लुभना ठाकुर 9- सुश्री निशा वर्मा को नवरंग महिला रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में शहर के स्थापित नवोदित रचनाकारों सर्वश्री डॉ अर्चना पाठक, राकेश तिवारी, आदित्य उपाध्याय,  प्रियंका उपाध्याय ,यशवंत यदु, डॉ मृणालिका ओझा, राजेन्द्र ओझा, भागीरथ वर्मा ने अपने काव्य पाठ से शमां बांध दिया।

न्यूज़ सोर्स : नाम बदलकर दामिनी, मरती है हर रोज,दोहा कृति 'यक्ष प्रश्न हैं सामने' का विमोचन