सबसे कठिन कैटरीना नहर पार करने वाले सत्येंद्र सिंह लोहिया अब बुलेट पर सवार होकर चलेंगे अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग पैरा सत्येंद्र

 सिंह लोहिया केरल से कश्मीर तक बुलेट पर सवार होकर 3500 किलोमीटर की यह लंबी यात्रा तय करेंगे सत्येंद्र सिंह का कहना है कि मेरा उद्देश्य सिर्फ दिव्यांग जनों को खेलों के लिए प्रोत्साहित करना है

 

भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर जी की जयंति के अवसर पर 14 अप्रैल 2023 कोे कन्याकुमारी से *दिव्यांगजन सशक्तिकरण खेलो यात्रा* का शुभारम्भ होने जा रहा है, यात्रा का समापन 3450km चलकर 01 मई को जम्मू कश्मीर में किया जायेगा।

 बताते चलें कि यह देश की पहली सबसे बडी ऐतिहासिक यात्रा होगी जो एक दिव्यांग खिलाडी द्वारा की जायेगी। इस यात्रा का मुख्य उद्धेश्य है कि भारत वर्ष के हर क्षेत्र के युवाओ व विशेषकर दिव्यांगजनो को खेलो से जोडना और उसकी जानकारी उपलब्ध कराना है। इसके साथ दिव्याांगजनो को अपने समता और सम्मान के प्रति जागरूप करना है।

 

दिव्यांगजन सशक्तिकरण खेलो यात्रा सफलता पूवर्क सम्पन्न हो सके इसके लिए आपका यह मार्गदर्शन,हमारे जीवन मेें बडा बदलाव लायेगा, जिससे हमारे माध्यम से भारत वर्ष के दिव्यांगजनो साथ में सभी व्यक्तियों के जीवन में भी प्रेरणास्त्रोत का कार्य होगा। आप सभी से अपील है कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण खेलो यात्रा* की सफलता हेतु आपका मार्गदर्शन और खेलो को बढ़ाबा देने के लिए इस यात्रा से जुड़ने का सहयोग करे। इस सहयोग के लिए अभारी रहेगा।

-

सत्येंद्र सिंह लोहिया

 

30 पदक ले चुके हैं सत्येंद्र सिंह लोहिया

 

 आपको बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग पेरा पेरा गोल्ड मेडलिस्ट और तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय एडवेंचर जैसे पुरस्कारों से सम्मानित सत्येंद्र सिंह लोहिया 30 पुरस्कार ले चुके हैं 2019 खेल एवं युवा मंत्रालय भारत सरकार एवं सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग राष्ट्रीय अवार्ड 2019 है दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग मंत्रालय भारत सरकार तथा विक्रम अवार्ड 2014 मध्यप्रदेश शासन एवं सबसे अधिक गौरव के क्षण 13 मार्च को विश्व के सर्वोच्च नेता व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन्हें सम्मानित किया है दिव्यांग लोगों के खेलों के प्रति जागरूकता के लिए दिव्यांग लोगों के जीवन को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं सत्येंद्र सिंह लोहिया.

न्यूज़ सोर्स : पैरा स्विमर लोहिया करेंगे कन्याकुमारी से कश्मीर तक बुलेट यात्रा