शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार लाडली बहना योजना लेकर आई है जिसके लिए पूरे राज्य में हितग्राहियों की लंबी कतारें देखी जा रहीं.

 

भोपाल: मध्यप्रदेश में चुनावी साल है, जिसके मद्देनजर शिवराज सिंह चौहान सरकार की आधी आबादी को साधने की पूरी तैयारी है. शिवराज सरकार लाडली बहना योजना लेकर आई है जिसके लिए पूरे राज्य में हितग्राहियों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं. मुस्लिम बहुल इलाकों में भी यह कतारें हैं. वादा हर महीने 1000 रुपये देने का है. बजट में इसका प्रावधान हो चुका है. चुनावी साल में इसे बीजेपी सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. वहीं इसके मुकाबले में कांग्रेस ने तय किया है कि सत्ता में आने पर महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये दिए जाएंगे. यानी कि कांग्रेस साल में 18000 रुपये देगी.

 

एक अनुमान है कि लाड़ली बहना योजना के लिए हर सेकेंड 100 से ज्यादा हितग्राही पंजीकरण करवा रहे हैं. योजना में हितग्राहियों का अनुमानित आंकड़ा लगभग एक करोड़ है. 30 अप्रैल तक आवेदन ऑनलाइन भरे जाएंगे और 31 मई को अंतिम सूची पोर्टल पर आएगी. इसके बाद 10 जून से हितग्राहियों के खातों में 1000 रुपये आने लगेंगे.

 

राज्य में इस मदद की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि केन्द्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में श्रम बल सहभागिता दर में ग्रामीण क्षेत्र में 57.7% पुरुषों की हिस्सेदारी है, वहीं महिलाओं की भागीदारी महज 23.3% है. शहरों में 55.9% पुरुष श्रम बल के मुकाबले महिलाओं की भागीदारी मात्र 13.6% है. यानी महिलाएं आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर होने के बजाए पुरुषों पर आश्रित हैं.

न्यूज़ सोर्स : मध्यप्रदेश के चुनाव में 'आधी आबादी' को साधने की पूरी तैयारी में शिवराज सरकार