युवा कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर हल्ला बोला , मुख्यमंत्री का पुतला किया दहन
छिंदवाड़ा- जिला सहित सम्पूर्ण प्रदेश में युवाओं व बेरोजगारों के भविष्य के लिए काल बनी प्रदेश की शिवराज सरकार की युवा विरोधी नीतियों का खुलकर व सड़क पर उतरकर जबरदस्त विरोध करते हुए युवा कांग्रेस ने हल्ला बोलते हुए न केवल जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो-दो पुतलों का दहन कर शासन प्रशासन को अपनी भावनाओं से अवगत कराया।
युवक कांग्रेस मुख्य रूप से शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 3 भर्ती का प्रश्न पत्र लीक होने जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी व एक वर्तमान मंत्री की संलिप्तता पाई गई, जिनके साक्ष्य मौजूद हैं, उन पर कार्यवाही और पुन: परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ करने की मांग रखी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी का वह मोबाइल जब्त करने की मांग उठाई गई जिससे प्रश्न पत्र के स्क्रीनशॉट लिए गए हैं। मंत्री गोविंद राजपूत को बर्खास्त की मांग की जिनके कॉलेज से प्रश्न पत्र लीक किए गए साथ ही पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग प्रशासन के समक्ष रखी। युवक कांग्रेस ने कहा प्रश्न पत्र लीक होना और दोबारा परीक्षा आयोजित नहीं कराना 13 लाख युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा। युवक कांग्रेस ने सवाल उठाया कि कृषि विस्तारक भर्ती परीक्षा टॉप करने वाले छात्र जो कि अपना 4 वर्ष का कोर्स 6 सालों में पूरा कर पाए और वहीं सारे छात्र 200 में से 198, 196, 195, 189 अंक लाए और सवाल पूछने पर जवाब नहीं दे पाए। हैरत की बात यह है कि सभी के उपनाम शर्मा थे और सभी ने ग्वालियर सेंटर से ही परीक्षा दी थी इस मामले की भी गम्भीरता से सीबीआई जांच होनी चाहिए।
युवक कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट गेट पर अपनी मांग रखते हुए कहा कि पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के बाद कट ऑफ लिस्ट जारी नहीं की गई। 33 कोटे के वर्टिकल स्लैब का दुरुपयोग किया गया और महिलाओं को उसका लाभ नहीं मिला, यह कोटा जिन लोगों के लिए था उनमें से किसी भी व्यक्ति को इसका लाभ नहीं मिला यानी उनकी भर्ती नहीं की गई। जबकि इसी कोटे में सामान्य युवाओं की भर्ती की गई। पुलिस उप निरीक्षक एवं एमपी एसआई की भर्ती परीक्षा की बात करें तो 5 वर्षों से एमपी एसआई की भर्ती नहीं निकाली गई जिसके चलते पिछले 5 वर्षों से तैयारी कर रहे युवा अब उम्र के दायरे में आने से बाहर हो चुके हैं। जबकि मप्र प्रदेश के महानगरों में कमिश्नर प्रणाली लागू होने से अतिरिक्त बल की आवश्यकता बढ़ी है। विदित हो कि पिछले 2 वर्षों से कोरोना के चलते स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना योद्धा बताकर उनसे सेवाएं ली गई, लेकिन अब उन्हीं कोरोना योद्धाओं को नौकरी से निकाला जा रहा है। पिछले 3 वर्षों से सेना की कोई भर्ती नहीं निकाली गई है, जबकि सेना में इस वक्त 1.5 लाख से भी ज्यादा पद रिक्त है अब सरकार सेना में संविदा के आधार पर नियुक्ति करने की बात कर रही है जो पूर्णत: अनुचित है जिसका युवक कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है।
अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण का मामला पिछले पांच वर्षों से लंबित है, लेकिन लगातार धरने और आत्महत्याओं का दौर जारी रहने के बावजूद सरकार ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित वेतन भोगी बनाने की मांग एवं कार्यकर्ताओं का मानदेय 25 हजार और सहायक का मानदेय 12, 500 करने की मांग है। मप्र लोकसेवा आयोग की परीक्षाएं इस वक्त 1 साल विलम्ब से चल रही है जिससे नियमित तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का नुकसान हो रहा है उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्यों में भी निविदा की संख्या 600 तक रहती है, जबकि मप्र में पहली बार 346 पद पर निविदा निकाली है इससे पहले 150 से अधिक पदों पर निविदा नहीं निकाली गई 2019 के प्रीलिम्स के केस का निर्णय आया है जिसमें पुन: परीक्षा कराए जाने का आदेश दिया गया है और 2015 की रूल बुक के अनुसार ही परीक्षाएं होनी चाहिए।
जिला युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कहा कि चयनित शिक्षक भर्ती परीक्षा में संख्या बढ़ाई जाए साथ ही वर्ष 2018 की स्कॉलरशिप अभी तक नहीं मिली है जबकि गरीब परिवार के छात्रों की शिक्षा उसी पर निर्भर होती है। बैकलॉग भर्ती में 1.5 लाख पद रिक्त है, लेकिन सरकार इन पदों पर भर्ती न निकालकर रिटायर्ड लोगों को पुन: संविदा पर रखकर पद भरने का विचार कर रही है। बढ़ती महंगाई और छिंदवाड़ा के विकास के मुद्दे को लेकर युवक कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट के सामने हल्ला बोला।
कलेक्ट्रेट गेट के सामने फूंका पुतला-
युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। युकां के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट गेट के सामने शिवराज सिंह चौहान के दो-दो पुतले फूंके। बढ़ती महंगाई को आम जनता के सामने उजागर करने के लिए युकां के पदाधिकारियों ने शर्ट उतारकर प्रदर्शन किया। अंत में युकां के पदाधिकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों का ज्ञापन राज्यपाल के नाम प्रशासन को सौंपा।
किसने क्या कहा
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे ने युवक कांग्रेस की रैली को सम्बोधित करते हुए शासन प्रशासन से कहा कि प्रदेश की युवा विरोधी नीतियों का युवक कांग्रेस शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रही है जिसमें पुलिस प्रशासन किसी भी तरह से बाधा उत्पन्न न करें अन्यथा इस खामियाजा पुलिस और प्रशासन को आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा।
ग्रामीण कांग्रेस के समन्वयक अमित सक्सेना ने सम्बोधित करते हुए कहा महंगाई, बेरोजगारी से आज देश, प्रदेश और जिले का हर वर्ग प्रभावित है। महंगाई से त्रस्त जनता की आवाज को इस आंदोलन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाई जाएगी।
जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष एकलव्य यहके ने युवक कांग्रेस के हल्ला बोल आंदोलन का नेतृत्व किया। एकलव्य यहके ने कलेक्ट्रेट गेट के सामने शासन और प्रशासन को अपनी मांगों से अवगत कराते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार निकम्मी है। षड्यंत्र से सत्ता हासिल करने के बाद वह छिंदवाड़ा के बड़े प्रोजेक्ट को काट रही है। आज युवाओं के हाथों में रोजगार नहीं है महंगाई से हर वर्ग परेशान है।
आयोजित युवक कांग्रेस के आंदोलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे, ग्रामीण कांग्रेस के समन्वयक अमित सक्सेना, सचिन वानखेड़े, पप्पू यादव, प्रबल सक्सेना, अमरवाड़ा विधानसभा अध्यक्ष अंकित पांडे, चौरई अंकुश जायसवाल, पंकज दांतरकरार सौंसर, अनुभव परिहार अमरवाड़ा, अंकित राय जामई, पिंचू बैस छिंदवाड़ा, धीरज सूर्यवंशी, कार्तिक वानखेड़े, नीरज साहू, सूरज सोनघरे, हर्ष विश्वकर्मा, श्रीकांत साहू, सहित सत्यम राजपूत, राकेश मालवी, विश्वेन्द्र बैस, टीनू धारू, रोहित बैस, उमेश चौहान, भूषण नगरकर, वीरेन्द्र वर्मा, सूरज यादव, निशांत मालवी सहित बड़ी संख्या में युवक कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।