रायपुर/ वृंदावन सभागार, सिविल लाइंस, रायपुर में विमोचन के गरिमामयी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री भारती बंधु एवं विशिष्ट अतिथि डॉ चितरंजन कर,  डॉ बृजेश सिंह, श्री कैलाश रारा रहे। काव्य सत्र के मुख्य अतिथि डॉ जवाहर सूरीसेट्टी, विशिष्ट अतिथि श्री आई. एन. सिंह, श्री एम. राजीव सर, श्री लक्ष्मी नारायण लाहोटी, श्री सी. पी. शर्मा पीयूष,  श्री शीलकान्त पाठक, डॉ रेशमा अंसारी, सु श्री साक्षी जैन रहे।
मंच संचालन डॉ सीमा श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव 'जाहिद' एवं प्रियंका उपाध्याय ने किया।

 *प्रस्तुत खण्ड-काव्य 'रग- रग में हैं राम' सात अध्यायों में 109 घनाक्षरी छन्दों से सज्जित है। जिसे राही ने लगभग तीन वर्षों में लिखा है|*

कृति के सभी छन्द मनभावन हैं।
श्री राही  ने कुछ छंदों का पाठ कर वातावरण को राममय बना दिया।

पथ आपका है एक, पथ आपका है नेक,
प्रभु राम पथ आप, वाला मुझे दीजिए।

देशहित का विवेक, सदा रहे पास मेरे,
छल वाली गलियों से, मुझे दूर कीजिए।

 राज की न कामना हो, न्याय वाली भावना हो,
राग द्वेष प्रभु मेरे, सारे हर लीजिए।

सत्य से न विचलित, कर सके कोई मुझे,
हरा रहूँ हरि मेरे, मुझको भी सींचिये।

 कार्यक्रम में श्री राही द्वारा लिखित भजनों का भी गायन श्री पुष्पेंद्र बर्मन और सुश्री वैभवी दुबे द्वारा किया गया।
काव्य सत्र के विजेताओं को 'स्वर्गीय भीखूराम रामदुलारी देवी स्मृति नवरंग कलमकार सम्मान' से सम्मानित किया गया। जूनियर ग्रुप में प्रथम स्थान- भरत द्विवेदी, द्वितीय- अन्नपूर्णा पवार, तृतीय - रिकी बिंदास और राकेश तिवारी।
सीनियर ग्रुप में प्रथम स्थान- सुनील पांडे, द्वितीय- ओमवीर करण तृतीय- आशा नशीने एवं राखी वेद को दिया गया

 प्रदेश की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं महानुभावों को 'नवरंग समाज रत्न' से सम्मानित किया गया
1-राम वन गमन शोध संस्थान 
2-धार्मिक रामायण मंडली, महावीर नगर, रायपुर
3-ए माँ जन सेवा समिति
4-छत्तीसगढ़ प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज, छत्तीसगढ़
5-चरामेति फाउंडेशन
6- डॉक्टर रविशंकर व्यास
7-युवा रायपुर
8-द यंग क्रिएटर
9-झा इंस्टीटूट
10-यंग आर्म्स फाउंडेशन
11- अनुपम गार्डन योगा एंड जुंबा ग्रुप
12- टाविशी टेल्स
13- एक्सेल कंप्यूटर एजुकेशन
14-अमानत फाउंडेशन
15-डोनेट थोड़ा-सा
16-वैभव गौरहा (युवा साहित्यसेवी)
17-नायरा रंगारी
सभी साहित्य प्रेमी, काव्य-रसिक कार्यक्रम में देर तक उपस्थित रहे।

न्यूज़ सोर्स : लोकप्रिय कवि राजेश जैन 'राही' की बहुप्रतीक्षित काव्य-कृति रग-रग में हैं राम का विमोचन