दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां हर दिन कोरोना मरीजों की संख्या अनुमान से कहीं अधिक आ रही है। 12 जनवरी को फिर से जिले में 800 नए कोरोना संक्रमित सामने आए हैं। इसमें साइंस कॉलेज से 14 प्राध्यापक(प्रोफेसर), सहायक प्राध्यापक, बेथनी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की 5 छात्राएं, सीएचसी पाटन का एक डॉक्टर, सीआईएसएफ के 11 जवान शामिल हैं। इस तरह एक-एक संस्थान से 10-20 की संख्या में कोरोना संक्रमित सामने आने से शासन प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।

बुधवार को साइंस कॉलेज दुर्ग का आधे से अधिक स्टॉफ कोरोना संक्रमित हो गया। किए गए टेस्ट के बाद यहां 14 प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक और अन्य स्टाफ सहित करीब 20 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसी तरह सीआईएसएफ तीसरी बटालियन एवं सीआईएसएफ आरटीसी से 11 जवान संक्रमित मिले हैं। बेथनी कॉलेज ऑफ नर्सिंग में भी 5 छात्राओं के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।

इसके अलावा चौहान ग्रीन वैली के एक फ्लैट से चार लोग, एलआईजी कॉलोनी वैशाली नगर से एक ही परिवार के चार सदस्य, सेक्टर 7 सड़क 32 से एक ही परिवार के तीन सदस्य, विवेकानंद कॉलोनी सड़क नौ से एक ही परिवार के 4 सदस्य, गुरु नानक नगर दुर्ग से 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। इसी तरह प्रगति नगर रिसाली से एक ही परिवार के तीन सदस्य, गणपति विहार कॉलोनी दुर्ग से एक ही परिवार के तीन सदस्य संक्रमित पाए गए हैं।

रायपुर के बाद दुर्ग में सबसे ज्यादा मरीज-  दुर्ग जिला हाई अलर्ट हो चुका है। यहां कोविड-19 महामारी का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। संक्रमण के मामले में राजधानी रायपुर के बाद दूसरा स्थान दुर्ग जिले का ही है। इसे ध्यान में रखते हुए जिले के सभी नागरिकों को कोविड गाइडलाइन का जरूर से जरूर पालन करना चाहिए। तभी हम, हमारे अपने, हमारा जिला, हमारा राज्य और देश कोरोना से जंग जीत पाएगा।

3774 सैंपल लिए गए- 12 जनवरी को अलग-अलग जांच केंद्रों से कुल 3774 सैंपल एकत्रित किए गए थे। इसमें 800 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 24 घंटे में अचानक 800 नए केस आने के बाद जिले में कुल एक्टिव संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 3114 पहुंच गई है।