छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में बीजेपी ने कांग्रेस को जोर का झटका दिया है। यहां बैकुंठपुर नगर पालिका में बहुमत के बाद भी कांग्रेस अपना नगर पालिका अध्यक्ष नहीं बना सकी है। इस सीट पर बीजेपी की नविता शिवहरे को जीत मिली है। चुनाव परिणामों में यहां कांग्रेस के 11, बीजेपी के 7 और 2 अन्य उम्मीदवार चुनाव जीत के आए थे। परिणामों के बाद ये लगभग तय था कि कांग्रेस अपना नगर पालिका अध्यक्ष बनाएगी। मगर आखिरी समय में बाजी पलट गई। 23 नवंबर को कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगर पालिका के परिणाम घोषित किए गए थे, जिसके बाद अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन शनिवार को हुए। शनिवार को ही परिणाम जारी कर दिए गए, लेकिन जो परिणाम आए उसके बाद कांग्रेसी भी हैरान रह गए।

अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस ने साधना जायसवाल को उम्मीदवार बनाया था। वहीं बीजेपी ने नविता शिवहरे को मैदान में उतारा था। शनिवार को जब परिणाम आए तो दोनों को 10-10 वोट मिले। मुकाबला टाई हो गया। फिर फैसला पर्ची निकालकर किया गया। जिसमें बीजेपी प्रत्याशी नविता शिवहरे को जीत मिली है। नविता वार्ड नंबर 12 से पार्षद चुनी गई हैं।

वार्ड नंबर 11 से मुर्शरत जहां कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत कर आई थीं। इसीलिए उनके पति आफताब अहमद की मांग थी कि कांग्रेस मुर्शरत जहां को ही नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतारे। मगर कांग्रेस ने साधना जायसवाल को मैदान में उतार दिया। इसी बात से नाराज मुर्शरत जहां ने आखिर समय में बगावत कर दी और क्रॉस वोटिंग की।

नतीजा ये रहा कि कांग्रेस के पक्ष में सिर्फ 10 वोट ही पड़े। यह भी बताया गया है कि आफताब ने चुनाव के कुछ दिन पहले ही कांग्रेस जिला अध्यक्ष नजीर अजहर से भी मुलाकात की थी और मुर्शरत को उम्मीदवार बनाने की मांग की थी। इसके बावजूद कांग्रेस पदाधिकारियों ने अपना फैसला नहीं बदला। कांग्रेस से बगावत करनी वाली पार्षद मुर्शरत जहां और उनके पति आफताब अहमद बीजेपी में शामिल हो गए हैं।

शनिवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए और परिणाम आए तो कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं नारेबाजी करने लगे। उन्होंने कांग्रेस जिला अध्यक्ष नजीर अजहर के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। फिलहाल इस पर अभी कांग्रेस के किसी सीनियर नेता का बयान सामने नहीं आया है। बैकुंठपुर नगर पालिका में इससे पहले कांग्रेस का ही कब्जा था।