भारतीय महिला क्रिकेट टीम की टेस्ट और एकदिवसीय कप्तान मिताली राज के पसंदीदा क्रिकेटरों में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के अलावा दो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट रिकी पोंटिंग और माइकल बेवन भी शामिल हैं। मिताली ने सोशल मीडिया पर एक प्रशंसक के सवाल पर अपने इन पसंदीदा क्रिकेटरों के नाम बताये हैं। वहीं महिला क्रिकेटरों की बात करें तो मिताली ने ऑस्ट्रेलिया की पूर्व दिग्गज बल्लेबाज कैरेन रोल्टन और पूर्व भारतीय नीतू डेविड के अलावा इंग्लैंड की कैथरीन ब्रंट और ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मैग लैनिंग को भी अपनी पसंदीदा खिलाड़ियों में शामिल बताया। मिताली की जिंदगी पर अधारित फिल्म ‘शाबास मिट्ठू’ भी जल्द रिलीज होने वाली है। मिताली ने साल 1999 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करते हुए अब तक के अपने दो दशक से अधिक समय के करियर में 220 एकदिवसीय और 12 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट में 1 शतक और 4 अर्धशतकों से कुल 699 रन जबकि एकदिवसीय में 7 शतक और 59 अर्धशतकों से 7391 रन हैं।  इसके अलावा उन्होंने 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 17 अर्धशतक लगाने के साथ ही 2364 रन बनाए हैं। 
खेल मनोवैज्ञानिक के रहने का लाभ मिला : मिताली 
मिताली राज ने कहा है कि उनकी टीम को न्यूजीलैंड दौरे पर खेल मनोवैज्ञानिक के रहने से दबाव का सामना करने में सहायता मिली है। मिताली के अनुसार कोरोना काल में जब टीमों को पाबंदियों के बीच रहना पड़ता है तब इस तरह के विशेषज्ञों की सहायता अच्छी रहती है। भारतीय टीम खेल मनोवैज्ञानिक मुग्धा बवारे के साथ दो महीने से न्यूजीलैंड दौरे पर है। मिताली ने पहले भी कहा था कि नॉकआउट मैचों का दबाव झेलने के लिए टीम को मनोवैज्ञानिक की जरूरत है और अब जबकि बायो बबल में रहन पड़ रहा है तब इसकी जरुरत और बढ़ जाती है।  मिताली ने कहा कि आज के समय में लंबे दौरों, पृथकवास और बायो बबल के बीच मनोवैज्ञानिक सहायता और जरुरी हो गयी है। भारतीय टीम का यह दौरा दो महीने का है जिसमें टीम को एकदिवसीय के साथ ही टी20 श्रृंखला भी खेलनी है। इसलिए खेल मनोवैज्ञानिक के साथ व्यक्तिगत सत्र काफी अहम है। उन्होंने कहा कि इससे आपको स्वयं को समझने में मदद मिलती है जिससे आप दबाव और पृथकवास का बेहतर तरीके से सामना कर सकें।