मुंबई । शिवसेना के विधायकों के बागी तेवर और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे से राज्य की सत्ता में वापस लौटने की बीजेपी की राह भले ही आसान हो गई है, लेकिन भगवा पार्टी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। तभी तो महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी विधायकों से शपथ ग्रहण के दिन मुंबई आने का आग्रह किया है। शिंदे गुट असम में आठ दिन बिताने के बाद एक चार्टर विमान से बुधवार शाम को गुवाहाटी से गोवा पहुंचा। उनके गुरुवार को मुंबई पहुंचने की उम्मीद थी। उद्धव ठाकरे के खिलाफ विश्वास मत की अब आवश्यकता नहीं है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा दे दिया है। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार सीएम के रूप में वापसी करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में बीजेपी नहीं चाहती है कि एक भी बागी नेता को तोड़ने का कोई भी मौका विरोधियों को मिले। कल मुंबई पहुंच रहे थे, मैं उनसे कल नहीं आने का आग्रह करता हूं। उन्हें शपथ ग्रहण के दिन आना चाहिए।" भाजपा के अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, "अगले कदम फडणवीस और एकनाथ शिंदे तय करेंगे।" फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, ''मैं पार्टी का रुख कल पक्के तौर पर बताऊंगा.'' सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट को मंजूरी मिलने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार देर रात महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। महाराष्ट्र के सीएम के रूप में अपने आखिरी भाषण में ठाकरे ने बागी विधायकों से भावनात्मक अपील की और सहयोगी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा प्रमुख शरद पवार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "मैं अप्रत्याशित तरीके से (सत्ता में) आया था और मैं उसी तरह से बाहर जा रहा हूं। मैं हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं, मैं यहां रहूंगा और मैं एक बार फिर शिवसेना भवन में बैठूंगा। मैं अपने लोगों को इकट्ठा करूंगा। मैं सीएम और एमएलसी के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं।" उन्होंने कहा, "मैं एनसीपी और कांग्रेस के लोगों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने मेरा समर्थन किया।