रांची। झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को पश्चिम बंगाल पुलिस ने बेहिसाब नकदी के साथ हिरासत में ले लिया है। ये नोट किसके थे, इसे किसने दिया था और इसे कहां ले जाया जा रहा था और इतनी मात्रा में एक वाहन में रखकर कांग्रेसे विधायक कहां जा रहा था। क्या इस राशि को हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के लिए दिये गये थे या फिर इतनी नकदी का कुछ अन्य व्यावसायिक उपयोग के लिए था। इन सारे सवालों को लेकर तरह-तरह की चर्चा की जा रही है।  लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के आदेश की अनदेखी कर ये तीनों विधायक राजधानी रांची से गायब हो गये थे। जबकि कांग्रेस प्रभारी खुद रांची में मौजूद रह कर सारे कांग्रेसी विधायकों के साथ बैठक में जुटे थे। प्रभारी राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की समीक्षा कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस के कई विधायक ना सिर्फ रांची से गायब थे, बल्कि उनका मोबाइल भी स्वीच ऑफ बता रहा है। फिलहाल तीन विधायक ही हावड़ा में नोटों के बंडल के साथ पकड़े गये है, लेकिन इसके अलावा तीन-चार अन्य विधायकों के गायब होने की सूचना है। हालांकि अब हावड़ा में कांग्रेस के तीन विधायकों के पकड़े जाने के बाद लापता अन्य विधायकों  जल्द ही सामने आने की उम्मीद है। मॉनसून सत्र के बीच कांग्रेसी विधायकों के हावड़ा जाने पर उठे कई सवाल- झारखंड में 29 जुलाई से 5 अगस्त तक छह दिवसीय मॉनसून सत्र चल रहा है। इस दौरान दो दिनों के अवकाश में कांग्रेस के तीन-तीन विधायकों के पश्चिम बंगाल में नोटों के बंडल के साथ पकड़े जाने से पूरे राजनीतिक महकमे में भूचाल आ गया है। नोटों के साथ कांग्रेसी विधायकों के पकड़े जाने के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल सबसे बड़े घटक दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मामले की गहन जांच की मांग की है। वहीं कांग्रेस और बीजेपी के भी कई नेताओं ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की वकालत की है।