बेंगलुरु । मानसूनी बारिश पूरे देश में झमाझम कर रही है पर कुछ शहरों में मूसलाधार के चलते बाढ़ के हालात पैदा हो गए है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु का भी कुछ ऐसा ही हाल है। दुनिया के बेहतरीन शहरों में से एक बेंगलुरु आईटी सेक्टर का बड़ा हब भी माना जाता है। लेकिन इस शहर का हाल फिलहाल बेहाल दिखाई दे रहा है। दरअसल, भारी बारिश की वजह से बेंगलुरु में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। कई इलाकों में पानी भर गया है। इसके अलावा सड़कों पर भी पानी बह रहा है। कुछ इलाकों में तो पानी इतना भर गया है कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नाव का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। सबसे पहले बेंगलुरु में 30 अगस्त को भारी बारिश हुई थी। तब से लगातार बारिश का दौर देखने को मिला। भारी बारिश की वजह से जगह-जगह पानी भर गया है जिससे कि जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। बारिश की वजह से लंबे ट्रैफिक जाम के भी स्थिति हो गई है। सड़कों पर पानी भर जाने की वजह से कार और बस सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है।
शहर के लोगों को, खास करके उन लोगों को जिन्हें सुबह सवेरे अपने ऑफिस जाना होता है, उनकी समस्याएं बढ़ गई हैं। बेंगलुरु से कई वीडियो तो ऐसे भी आए हैं जिसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि ऑफिस पहुंचने के लिए आईटी कंपनी के कर्मचारी ट्रैक्टर ट्रॉली का सहारा ले रहे हैं। आलम तो यह हो गया है कि कई कंपनियों ने घर से काम की भी सुविधा अपने कर्मचारियों को प्रदान कर दी है। कई इलाकों में तो पानी भर जाने की वजह से लोगों को अपने घरों में ही कैद होना पड़ा है। एसडीआरएफ की टीम लगातार नाव की मदद से ऐसे लोगों की मदद कर रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक, विशेष रूप से बेंगलुरु में अभूतपूर्व बारिश हुई है। पूरा बेंगलुरु समस्या में नहीं है। 2 जोन, विशेष रूप से महादेवपुरा समस्या में है। इसका कारण है कि उस छोटे से क्षेत्र में 69 टैंक हैं और सभी ओवरफ्लो हो रहे हैं। दूसरा है कि प्रतिष्ठान निचे बने हुए हैं। और तीसरा है अतिक्रमण।
कर्नाटक सीएम ने कहा कि हमने इसे एक चुनौती के रूप में लिया है। हमारे अधिकारी, इंजीनियर, कार्यकर्ता और एसडीआरएफ टीम 24/7 काम कर रही है। हमने बहुत सारे अतिक्रमण हटा लिए हैं और हम उन्हें हटाना जारी रखेंगे। दूसरे, हम टैंकों में स्लुइस गेट लगा रहे हैं। ताकि हम उनका बेहतर प्रबंधन कर सकें। भले ही सीएम कुछ भी कहे, लेकिन हवाई अड्डा भी जलभराव से अछूता नहीं रहा है। अनेक लोगों ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की। इसी तरह के एक पोस्ट में एक वीडियो जारी किया गया जिसमें लोगों को शहर के हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार पर पानी के बीच में से गुजरते देखा जा सकता है। एक नाराज बेंगलुरु वासी ने ट्वीट किया, ‘सरकार तब तक कुछ नहीं करेगी जब तक कि आईटी कंपनियां शहर से बाहर नहीं चली जातीं। जब तक उनका राजस्व प्रभावित नहीं होता।’