भोपाल । बच्चों के अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से प्रदेश में शुरू किए जा रहे सीएम राइज स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। जहां सीट से अधिक आवेदन आते हैं तो उन स्कूलों में लाटरी पद्धति से प्रवेश मिलेगा। वहीं सीएम राइज स्कूलों में केजी-1 में चार वर्ष और केजी-2 में पांच वर्ष के बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। इन स्कूलों में नर्सरी में प्रवेश नहीं होंगे। प्रदेश के 275 स्कूलों को सीएम राइज स्कूल के रूप में चयनित किया है। जिनमें प्रवेश के लिए 30 जुलाई तक आवेदन बुलाए गए हैं।
कूलों में प्रवेश के संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) की ओर से प्रवेश नीति जारी कर दी गई है। इन स्कूलों में केजी-1(उदय) और केजी-2(अरूण) की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इन कक्षाओं में प्रवेश के लिए 30 जून तक आवेदन होंगे। इसके बाद अधिक आवेदन होने की स्थिति में लाटरी पद्धति के माध्यम से बच्चों को प्रवेश दिए जाएंगे। बच्चों का स्क्रीनिंग टेस्ट नहीं लिया जाएगा। प्रवेश नीति में यह उल्लेखित है कक्षा में बैठक व्यवस्था से अधिक प्रवेश नहीं देना है। प्रत्येक स्कूल को अपने सूचना पटल पर कक्षावार रिक्तियों की सूची चस्पा करना अनिवार्य है। बता दें, कि राजधानी में जहांगीराबाद स्थित रशीदिया स्कूल को सीएम राइज योजना के तहत पायलट प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है।

दो पाली में संचालित हो सकते हैं स्कूल
प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ करने से पहले प्राचार्य अपने विद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने की क्षमता का आकलन करना होगा। बैठने की क्षमता से अधिक स्कूलों में विद्यार्थियों को किसी भी स्थिति में प्रवेश नहीं देंगे। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में अधिकांश स्कूलों में नवीन भवनों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाना है। ऐसी स्थिति में विद्यालय की वर्तमान भवन में काफी बड़ी संख्या में कमरे जीण-शीर्ण हालत में है। ऐसी स्थिति में एक पाली में स्कूल संचालित करना संभव नहीं है, इसलिए स्कूल के प्राचार्य डीपीआइ से अनुमति प्राप्त कर दो पाली में विद्यालय संचालित किया जा सकता है।