इंदौर ।   बीते दिनों विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नईदिल्ली से आए श्रदधालुओं के साथ अभद्रता की शिकायत के बाद मंदिर प्रशासन ने नई व्यवस्था शुरु करने का निर्णय लिया है। इसके तहत अब अधिकृत पंडे पुजारी तथा उनके प्रतिनिधियों को ही महाकाल मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने अधिकृत पुजारी पुरोहित व उनके प्रतिनिधियों के पहचान पत्र तैयार करा लिए हैं। एक-दो दिन में इनका वितरण शुरू हो जाएगा। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देश के बाद मंदिर में अनाधिकृत पंडे पुजारियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।सोमवार को सहायक प्रशासक मूलचंद जून वालों ने अपनी टीम के साथ परिषद स्थित सभी मंदिरों में जाकर अधिकृत पुजारियों को कलेक्टर के निर्देश की जानकारी दी तथा अनाधिकृत लोगों को मंदिर में नहीं बैठाने की समझाइश दी। मंदिर प्रशासन शुरुआती दौर में पुजारी पुरोहितों का सम्मान रखते हुए उन्हें नियमों का पालन करने के लिए गुहार लगा रहा है।बीते दिनों श्रद्धालुओं के साथ गर्भगृह में प्रवेश तथा भस्म आरती अनुमति के नाम पर हुई ठगी के मामलों में ऐसे ही कुछ अनाधिकृत लोगों के नाम सामने आए थे। इसके बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने ऐसे लोगों का मंदिर में सख्ती से प्रवेश रोकने के प्रशासक को निर्देश दिए थे। आने वाले दिनों में उन्हीं लोगों को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा जिनके पास समिति के अधिकृत कार्ड होंगे। बता दें महाकाल मंदिर में पुजारी पुरोहितों ने बड़ी संख्या में एवजी रख रखे हैं। यह लोग पुजारियों के झोले उठाने तथा इनके यजमान को मंदिर में लाने ले जाने आदि का काम करते हैं।