भोपाल। मेट्रो कंपनी ने निर्माण कार्यों की रफ्तार तेज कर दी है। मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के लिए 25 से 30 अगस्त के बीच पहला रैक इंदौर पहुंचेगा, जबकि भोपाल के लिए 10 सितंबर तक रैक के पहुंचने की संभावना है। अधिकारियों के अनुसार इस रूट पर सिविल वर्क 90 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है। फिलहाल स्टेशन के अंदर लिफ्ट लगाने और बिजली से संबंधित कामों को पूरा किया जा रहा है। अंदर से सिविल वर्क पूरा हो चुका है। केवल बारीक काम शेष हैं। भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से सुभाष नगर तक 4.4 किलोमीटर ट्रैक पर मेट्रो का ट्रायल रन होना है। इसके लिए रेलवे ट्रैक और मेट्रो के स्टेशन बनाने का काम तेज कर दिया है। अगस्त के अंत तक इस रूट के सभी स्टेशनों व रूट का सिविल वर्क और पटरी बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। सितंबर 2023 से शुरू होने वाला ट्रायल रन तीन माह तक चलेगा। जनवरी 2024 में मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त इस मार्ग को परखेंगे। उनके संतुष्ट होने के बाद प्रायरिटी कारिडोर पर मेट्रो संचालन की अनुमति दी जाएगी। अधिकारियों के अनुसार अगले साल मेट्रो प्रायोरिटी कारिडोर पर दौड़ सकती है। अधिकारियों ने बताया कि प्रायरिटी कारिडोर में केवल रेलवे ट्रैक व स्टेशन का काम बाकी है। कारिडोर में आने और जाने के लिए 8.8 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक बिछाया जाना है। इसमें 4.2 किलोमीटर ट्रैक बिछा लिया गया है। डीबी सिटी माल, केंद्रीय विद्यालय और रानी कमलापति स्टेशन के पास मेट्रो स्टेशन का काम अंतिम चरण में है।मेट्रो ट्रेन कैसी होगी, इसकी जानकारी देने के लिए मेट्रो का माक अप (मेट्रो की बोगी की प्रतिकृति) भोपाल आ चुका है। स्मार्ट पार्क में स्ट्रक्चर बनाकर इसे स्थापित किया गया है। साथ ही यहां तंबू लगा दिया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री से अनावरण के लिए तिथि नहीं मिलने की वजह से इसे शहरवासियों के लिए खोला नहीं गया। आम लोग माक अप या मेट्रो के डिब्बे में पहुंचकर टीवी, अलार्म, इलेक्ट्रिक कनेक्शन सहित अन्य चीजों का अवलोकन कर सकेंगे। डिब्बे में 50 लोगों के बैठने और 250 लोगों के खड़े होने का इंतजाम किया गया है। इस बारे में मप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड एमडी  मनीष सिंह का कहना है कि भोपाल और इंदौर में मेट्रो कारिडोर का काम तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री की मंशानुसार प्रायरिटी कारिडोर में सितंबर से ट्रायल रन करना है। इसको लेकर तैयारियां पूरी की जा रही हैं।