नई दिल्ली । राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण में भ्रष्टाचार के जिक्र पर तंज कर पूछा कि ‘‘अच्छे दिन’’ कहां हैं और उनके पास भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए दस वर्ष थे, तब क्या काम हुआ। सिब्बल ने एक्स पर पोस्ट किया, 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री मोदी अपने कहा कि हमें भ्रष्टाचार समाप्त करना है। आपके पास करीब-करीब दस वर्ष थे। क्या हुआ ? अच्छे दिन कहां हैं। भुला दिया ? मंहगाई आयातित है। हमारी सब्जियां नदारद हैं। सिब्बल ने कहा, अगले पांच वर्ष स्वर्णिम काल। किसके लिए? गरीब, दलित, अल्पसंख्यक या...?’’
सिब्बल केंद्र में कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने पिछले वर्ष मई में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से राज्यसभा के निर्दलीय सदस्य चुने गए थे। सिब्बल ने अन्याय के खिलाफ लड़ाई के लिए गैर-चुनावी मंच ‘इंसाफ’ बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि जब हम 2047 में आजादी के 100 साल का जश्न मनाएंगे,तब भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। मोदी ने भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और वंशवादी राजनीति की ‘तीन बुराइयों’ के खिलाफ संघर्ष शुरू करने, एक बड़ी योजना के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) तक पहुंच बढ़ाने का आह्वान भी किया और विश्वास जताया कि वह अगले साल लालकिले से राष्ट्र को संबोधित करने के लिए वापसी करुंगा।