नई दिल्ली । मोदी सरकार में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत के आसपास के जहाजों पर हाल के हमलों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय बताकर कहा कि इसतरह के खतरे सीधे देश की ऊर्जा और आर्थिक हित को प्रभावित करते हैं। तेहरान में अपने ईरानी समकक्ष होसैन अमीराब्दुल्लाहियन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर, जयशंकर ने कहा कि भयानक स्थिति से किसी भी समूह को लाभ नहीं होगा।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के आसपास भी कुछ हमले देखे हैं। यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए बड़ी चिंता का विषय है। जाहिर है, इसका सीधा असर भारत के ऊर्जा और आर्थिक हितों पर भी पड़ता है। इजराइल-हमास युद्ध के बीच ईरान समर्थित यमन के हैती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में हाल ही में व्यापारी जहाजों पर किए गए हमलों का जिक्र कर जयशंकर ने इस तथ्य पर जोर दिया कि इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।  
विदेश मंत्री जयशंकर की टिप्पणी हैती विद्रोहियों द्वारा अदन की खाड़ी में यमन के तट पर एक अमेरिकी जहाज पर हमला करने के बाद आई है। एक दिन पहले, हैती ने लाल सागर में एक अमेरिकी विध्वंसक की ओर एक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल दागी थी। अमेरिका और ब्रिटेन ने पिछले हफ्ते यमन में हूती ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए थे। दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान के लिए तेहरान पहुंचे जयशंकर ने कहा कि भारत और ईरान दोनों पश्चिम एशिया में हालिया घटनाओं को लेकर चिंतित हैं, और क्षेत्र में हिंसा और शत्रुता को और बढ़ने से रोकने के महत्व पर जोर देते हैं।