छिंदवाड़ा ।  पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में तीखी झड़प हुई। भाजपा के जिला अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक के बीच हुई धक्का मुक्की का मामला आधी रात तक गर्माया। पुलिस ने भाजपा की शिकायत पर कांग्रेस विधायक सोहनलाल बाल्मिक समेत अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।  दरअसल, झुर्रेमाल पंचायत में विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान धक्का मुक्की हुई। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता और जनपद पंचायत अध्यक्ष आशा आम्रवंशी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इसमें वह विकसित भारत यात्रा के मंच पर खड़े भाजपा नेताओं की तरफ अपने पैर से जूता निकाल कर फेंकती नजर आ रही है। इसका FIR उल्लेख किया गया है। कार्यक्रम में मौजूद परासिया जनपद अध्यक्ष आशा आम्रवंशी मंच से अचानक नीचे गिर गई थी। उन्होंने अपना जूता उतारकर मंच की तरफ फेंक दिया। इससे मामला और गर्मा गया। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। इस घटना के बाद रात आठ बजे तक भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने थाने के बाहर धरना दिया। इसके बाद परासिया उद्यानिकी विभाग के उप-संचालक मेहपतलाल उईके ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके अनुसार उन्होंने कांग्रेस विधायक सोहनलाल बाल्मीक, जनपद पंचायत अध्यक्ष आशा आम्रवंशी और अन्य लोगों पर कार्यक्रम में व्यवधान डालने सही करने शिकायत की थी। इसके आधार पर विधायक सोहनलाल बाल्मिक, कृपाल शाह मर्सकोले, आशा आम्रवंशी पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और जान से मारने की धमकी देना सहित अन्य मामले में आईपीसी की धारा 353, 355, 186, 34 के अंतर्गत शिकायत दर्ज की गई। 
 
एफआईआर के बाद धरना खत्म

उद्यानिकी विभाग के उप-संचालक की शिकायत पर विधायक सोहनलाल बाल्मिक और जनपद अध्यक्ष आशा आम्रवंशी पर सरकारी काम में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया। इसके बाद भाजपा जिला अध्यक्ष ने रात को आठ बजे धरना समाप्त हुआ। इसी मामले को लेकर विधायक सोहनलाल बाल्मिक और कांग्रेस कार्यकर्ता थाने के सामने रात 12:00 बजे तक धरने पर डटे रहे। उनका कहना था कि भाजपा जिला अध्यक्ष ने SC वर्ग की जनपद अध्यक्ष के साथ गाली गलौज की। उन्हें मंच से उतारा। सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की धाराओं के तहत भाजपा जिला अध्यक्ष पर मामला दर्ज किया जाए। सोहनलाल वाल्मीकि के साथ पांढुर्णा विधायक निलेश उईके, महापौर विक्रम अहाके समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता थाने के बाहर प्रदर्शन करते नजर आए। परासिया एसडीओपी ने विधायक को तीन दिन के भीतर मामले की जांच कर मामला दर्ज करने की बात कही। इसके बाद मामला शांत हुआ। विधायक सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आधी रात के बाद धरना समाप्त किया।