मोहन यादव ने देंगे बड़ा गिफ्ट, रक्षाबंधन पर लाड़ली बहनों की राशि होगी डबल

जबलपुर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शनिवार को जबलपुर के कुंडम विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शामिल हुए. जहां उन्होंने एक बार फिर प्रदेश की लाड़ली बहनों को लेकर एक बार फिर घोषणा की. सीएम ने कहा कि रक्षाबंधन के मौके पर वे मध्य प्रदेश की महिलाओं को तोहफा देने वाले हैं. आने वाले रक्षाबंधन पर महिलाओं को लाड़ली बहना योजना के तहत मिलने वाली राशि कुछ बढ़कर मिलेगी. वहीं मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में बीते ढाई महीने में 70000 से ज्यादा तालाब खोदे गए हैं, यह सभी तालाब योजना के तहत खोदे गए हैं.
लाड़ली बहनों को मिलेगा तोहफा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "लाड़ली बहनों चिंता मत करना, आपकी राशि भी इस रक्षाबंधन पर बढ़ने वाली है. यह हमारी सरकार ने तय किया है. सीएम ने कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान यह वादा किया था, जो वह जरूर पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर बहन-बेटियों के हाथ में पैसे आते हैं, तो वह घर के लिए जहां जरूरत होती है, वहां उन पैसों को लगाता हैं. बहन-बेटी कभी पैसे नहीं बिगाड़ती. सीएम ने कहा कि हमने कहा था कि 5 साल में हम राशि को 3 हजार बढ़ा देंगे. लिहाजा रक्षाबंधन पर लाड़ली बहनों की राशि बढ़ाई जाएगी. सीएम ने कहा अगर हमारी बहन-बेटियों की जिंदगी अच्छी हो जाए, तो इससे अच्छी बात और क्या होगी.
मध्य प्रदेश में 70000 तालाब बनाए गए
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "उन्होंने मध्य प्रदेश में 75000 के तालाब बनाने की योजना बनाई थी और अभी ढाई महीने ही नहीं बीते, हमने 70000 तालाब बना भी दिए. मुख्यमंत्री मोहन यादव का दावा है कि यह खेत तालाब योजना के तहत बनाए गए हैं. अब किसान अपने खेत में इकट्ठा किया पानी अपनी ही फसल में इस्तेमाल करेगा.
1400 करोड़ की लागत से सिंचाई परियोजना को हरी झंडी
सीएम का कहना है कि कांग्रेस के शासनकाल में मात्र 7 लाख हेक्टेयर जमीन पर ही सिंचाई की सुविधा थी. मोदी सरकार के आने के बाद यह सुविधा 55 लाख हेक्टेयर जमीन तक पहुंच गई है. हमारा लक्ष्य इसे 100 लाख हेक्टेयर जमीन तक पहुंचाने का है. उन्होंने कहा कि हर किसान के खेत तक पानी पहुंचना चाहिए. सरकार इसी को लेकर काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने 1400 करोड़ रुपए की लागत की एक बड़ी परियोजना को हरी झंडी दिखाई. जिसमें जबलपुर का लगभग 15000 हेक्टेयर और मंडल का लगभग 10000 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई होगी.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो रहे सांदीपनि विद्यालय
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि "मध्य प्रदेश के दो सांदीपनि विद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हुए हैं. इनमें एक रतलाम तो दूसरा झाबुआ का है. इन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग मामलों में सम्मानित किया गया है. मोहन यादव ने कहा कि सरकारी स्कूल अपने मापदंड बदल रहे हैं. अब सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों से अच्छी सुविधाएं हैं. जबलपुर की कुंडम में भी उन्होंने एक सांदीपनि विद्यालय का लोकार्पण किया. यह विद्यालय 17 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है.