मुंबई। एकता कपूर की कंपनी बालाजी टेलीफिल्म्स और ऑल्ट बालाजी टेलीविजन कलाकारों को अपने कार्यक्रमों का लालच देकर उन्हें महीनों तक घऱ में बिठाए रखती है और फिर अपनी मर्जी के हिसाब से सौदा न होने पर इन कलाकारों का करार रद्द कर देती है। गहना वशिष्ठ ने ये आरोप एकता कपूर के चर्चित कार्यक्रम 'लॉकअप' में खुद को साइन किए जाने और फिर कार्यक्रम में शामिल न किए जाने को लेकर लगाए हैं। गहना वशिष्ठ के इन आरोपों पर आल्ट बालाजी के अधिकारियों ने संपर्क किए जाने के बावजूद अब तक कुछ नहीं कहा है।  टेलीविजन रियलिटी शो 'बिग बॉस' की तर्ज पर एकता कपूर की कंपनी बालाजी टेलीफिल्म्स ने अपनी डिजिटल कंपनी ऑल्टबालाजी के बैनर तले एक शो बनाया है 'लॉकअप'। फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत इसकी होस्ट हैं। इस शो में फिल्म, टीवी और सोशल मीडिया की 16 विवादास्पद हस्तियों को लाने का एलान कार्यक्रम की शुरुआत मे किया गया था। एकता कपूर के अपने ओटीटी ऑल्ट बालाजी के साथ साथ इसका प्रसारण एक और ओटीटी एमएक्स प्लेयर पर भी होता है।
 अभिनेत्री गहना वशिष्ठ का आरोप है कि आल्ट बालाजी की तरफ से उन्हें इस कार्यक्रम के लिए बीते साल दिसंबर महीने में संपर्क किया गया। पैसों को लेकर लंबे मोल तोल के बाद डेढ़ लाख रुपये प्रतिदिन पर सौदा तय हुआ और उनके साथ कंपनी ने प्रोमो और अन्य प्रचार सामग्री की शूटिंग भी की। शो लॉन्च होने के दो से चार हफ्तों के बाद गहना की शो में एंट्री तय बताई गई थी। लेकिन, जब तय अवधि बीतने के बाद भी गहना को शो में नहीं बुलाया गया तो गहना ने इसके बारे में सवाल पूछने शुरू किए। गहना ने इस बारे में जो व्हाट्सएप चैट दिखाई उसके हिसाब से गहना को बार बार टाला जाता रहा।
 अब बीते कुछ दिनों से एकता कपूर के इस रियलिटी शो 'लॉकअप' के फिनाले की तैयारियां शुरू हो चुकी है। गहना ने जब इस बारे में कंपनी के अधिकारियों से बात की तो उन्हें इस शो का करार खत्म किए जाने की सूचना दे दी गई। गहना का ये भी कहना है कि इन चार महीनों के दौरान उन पर दूसरा कोई काम करने की भी रोक लगी रही और आल्ट बालाजी ने भी उन्हें काम नहीं दिया। अपने जीवन के चार महीने यूं ही बेकार चले जाने से गहना काफी क्षुब्ध दिखीं और इस बारे में कानूनी कार्रवाई करने की भी चेतावनी उन्होंने दी।
 गहना वशिष्ठ के आरोपों पर बालाजी टेलीफिल्म्स या आल्ट बालाजी का क्या कहना है, ये जानने के लिए 'अमर उजाला' ने ओटीटी आल्ट बालाजी के टैलेंट हेड रीदांश पटेल से संपर्क किया। फोन पर बातचीत करने के बाद रीदांश ने इस बारे में सारे सवाल व्हाट्सऐप करने को कहा ताकि वह अपनी लीगल टीम से बात करके इन सवालों का उत्तर दे सकें। 24 घंटे बीतने के बाद भी जब रीदांश का उत्तर नहीं आया तो उन्हें दोबारा फोन भी किया गया लेकिन इस बार उन्होंने फोन का उत्तर देना भी मुनासिब नहीं समझा।