नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी लगातार असंतुष्ट नेताओं से मुलाकात कर रही हैं। उन्होंने हाल ही में राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद से बैठक की थी और जी-23 (कांग्रेस के असंतुष्ठ नेताओं का खेमा) का पक्ष जानने की कोशिश की थी। आपको बता दें कि एस खेमे में कपिल सिब्बल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी सरीखे नेता शामिल हैं। इस बीच कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के साथ हो रही बैठकों पर बयान दिया। जाखड़ ने बुधवार को कहा कि असंतुष्टों को बहुत ज्यादा भाव देने से न केवल दूसरे असंतुष्टों के हौसले बुलंद होंगे, बल्कि इससे पार्टी कार्यकर्ता भी हतोत्साहित होंगे। जाखड़ ने ट्वीट कर कहा, 'झुककर सलाम करने में क्या हर्ज है मगर सर इतना मत झुकाओ कि दस्तार गिर पड़े।' इस ट्वीट के साथ उन्होंने सोनिया गांधी की असंतुष्ट नेताओं के साथ हो रही बैठकों से संबंधित कुछ समाचार पत्रों की कतरन भी पोस्ट की। मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात के कुछ दिनों बाद मंगलवार को दिल्ली में अपने आवास पर आनंद शर्मा एवं मनीष तिवारी समेत कई असंतुष्ट गुट के नेताओं के साथ बैठक कर पार्टी के आंतरिक मुद्दों को हल करने बारे में चर्चा की थी।