पोंगल गिफ्ट हैंपर केस में अन्नाद्रमुक ने भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है। पार्टी ने इस संबंध में मद्रास हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। पोंगल गिफ्ट हैंपर मामले में भ्रष्टाचार हुआ है और हमारा आरोप है कि इसमें 500 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। चूंकि मामला विचाराधीन है इसलिए मैं ज्यादा टिप्पणी नहीं कर रहा हूं लेकिन हम इस सौदे की सीबीआई से जांच की उम्मीद करते हैं। 

विपक्ष ने आरोप लगाया है कि तिरुवल्लुर में चावल राशन कार्ड धारक को दिए गए एक गिफ्ट हैंपर में एक मरी हुई छिपकली मिली थी। याचिकाकर्ता ने कन्नयाकुमारी जिले में चावल राशन कार्डधारक को दिए गए गिफ्ट हैंपर में इस्तेमाल किए गए सिरिंज की उपस्थिति के साथ-साथ खाद्य तेल की खराब गुणवत्ता की ओर भी इशारा किया है। 

अन्नाद्रमुक ने यह भी आरोप लगाया है कि पोंगल के लिए गिफ्ट हैंपर पैकेट में 21 चीजों का वादा किया गया था, जबकि कई क्षेत्रों में सिर्फ 17 चीजें ही उपलब्ध कराई गईं। विपक्षी दल ने यह भी आरोप लगाया कि गिफ्ट हैंपर्स के ठेकेदारों और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के साथ-साथ विभाग के अधिकारियों के बीच सांठगांठ थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इस गठजोड़ के कारण ही गिफ्ट हैंपर्स में वस्तुओं की गुणवत्ता खराब होने के साथ-साथ वस्तुओं की कमी भी हुई।

अन्नाद्रमुक ने याचिका में कहा कि सरकार ने 2.15 करोड़ लोगों को गिफ्ट हैंपर्स की आपूर्ति के लिए 1296 करोड़ के आवंटन की घोषणा की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गिफ्ट हैंपर्स में उत्पादों की गुणवत्ता और हैंपर्स में वस्तुओं की कमी को देखते हुए, यह स्पष्ट था कि आपूर्तिकर्ताओं, मंत्री और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारियों के बीच एक गठजोड़ हुआ है, जिससे गिफ्ट हैंपर्स में वस्तुओं की खराब गुणवत्ता के साथ-साथ वस्तुओं की कमी भी हुई है। याचिकाकर्ता ने गिफ्ट हैंपर्स के वितरण में शामिल भ्रष्टाचार के साथ-साथ गिफ्ट हैंपर्स में खराब गुणवत्ता वाले सामानों को उजागर करने के लिए सीबीआइ से जांच कराने का आह्वान किया।