इंफाल| केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो गुरुवार और शुक्रवार को मणिपुर में 2,450 करोड़ रुपये की 29 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने जाने वाले थे, ने अपनी यात्रा रद्द कर दी है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

मणिपुर सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि शाह के कार्यालय ने राज्य सरकार को सूचित किया है कि गृह मंत्री का दो दिवसीय दौरा रद्द हो गया है। हालांकि दौरा रद्द होने का कोई कारण नहीं बताया गया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि शाह ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मणिपुर में 2,450 करोड़ रुपए के 29 विकास कार्यों का उद्घाटन किया और आधारशिला रखी। इस अवसर पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह भी उपस्थित थे।

22 नवंबर को, शाह ने मणिपुर के तामेंगलोंग जिले के लुआंगकाओ गांव में रानी गैदिनलिउ आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय की स्थापना की नींव रखने के बाद एक जनसभा को वर्चुअल तरीके से संबोधित किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मणिपुर का दौरा किया था और 13 परियोजनाओं का उद्घाटन करने और कुल 4,815 करोड़ रुपये के निवेश के साथ नौ परियोजनाओं की नींव रखने के बाद इम्फाल के हप्ता कांगजीबुंग मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया था।

भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, जो पूर्वोत्तर राज्य के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी हैं और कई अन्य केंद्रीय मंत्री और नेता पहले ही चुनावी राज्य का दौरा कर चुके हैं और सभाओं को संबोधित कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान, मणिपुर स्थित सात सशस्त्र संगठनों के एक समूह, समन्वय समिति (कोरकॉम) ने प्रधानमंत्री की यात्रा का बहिष्कार करने का आह्वान किया।

नेशनल रिवोल्यूशनरी फ्रंट, मणिपुर (एनआरएफएम) ने भी मंगलवार को मणिपुर में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया।

मणिपुर में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले, पूर्वोत्तर राज्य में उग्रवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं, जिसके कारण अधिकारियों को सुरक्षा बलों को संवेदनशील इलाकों में निगरानी तेज करने के लिए कहा गया है।

थौबल जिले के लिलोंग उसोइपोकपी संगमसांग में बुधवार को एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट में असम राइफल्स का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य घायल हो गया।

बुधवार की घटना मणिपुर में पिछले 50 दिनों में चौथा ऐसा विस्फोट था, हालांकि इन विस्फोटों के संबंध में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और न ही किसी संगठन ने अभी तक विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है।

60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा के लिए चुनाव अगले साल फरवरी-मार्च में होने की संभावना है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में भी चुनाव होने हैं।