कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ममता ने कहा कि राहुल गांधी अगर विपक्ष का चेहरा होते हैं, तब इससे भाजपा को फायदा होगा। दरअसल, ममता अपने नेताओं के साथ बैठक कर रही थीं। बैठक में ममता ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं। इससे पहले टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि टीएमसी अपने दम पर चुनाव में जाएगी। उन्होंने कहा था कि बंगाल में भाजपा, कांग्रेस और सीपीआई सभी साथ हैं और टीएमसी को हराने के लिए एक हुए हैं।
बता दें कि ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। कांग्रेस द्वारा आयोजित किसी कार्यक्रम में टीएमसी के नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया। कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों द्वारा ईडी ऑफिस का घेराव किया लेकिन टीएमसी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। इससे पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर ईडी की कार्रवाई को लेकर 8 विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, इसमें भी टीएमसी ने पत्र पर साइन नहीं किए थे।
शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बंगाल में ममता से मुलाकात कर साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया। हालांकि, इस पर टीएमसी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। अखिलेश यादव ने कहा कि क्षेत्रीय दलों के सहयोग से ही अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया जा सकता है। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी पश्चिम बंगाल में ममता की पार्टी को अपना समर्थन दे सकती है और टीएमसी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को समर्थन दे सकती है।