भारत में इलेक्ट्रिक कार टेस्ला के चाहने वालों को अभी देश में इसकी एंट्री के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। अरबपति कारोबारी और टेस्ला के सीईओ बीते दिनों भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी समेत अन्य परेशानियों का सामना करने की बात कही थी। उनकी इस परेशानी को देखते हुए देश के कई गैर-भाजापा शासित राज्यों ने उन्हें अपने राज्य में फैक्टरी स्थापित करने का निमंत्रण दिया है। इसमें महाराष्ट्र, पंजाब, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना शामिल हैं। 

अमेरिकी मूल की इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला को भारतीय राज्यों से एक के बाद एक कई ऑफर मिल रहे हैं। सबसे पहले तेलंगाना ने मस्क को राज्य में टेस्ला की फैक्टरी लगाने का न्यौता दिया। इसके बाद पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र ने भी एक कदम आगे आकर कंपनी को ऑनलाइन निमंत्रण दे दिया। अब इसमें पंजाब की एंट्री भी हो चुकी है और अब तक कुल चार गैर-भाजापा शासित राज्यों ने एलन मस्क को टेस्ला सेटअप स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है। पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पंजाब मॉडल लुधियाना शहर को इलेक्ट्रिक व्हीकल और बैट्री उद्योग का हब बनाएगा। सिद्धू की यह टिप्पणी मस्क के बीते दिनों किए गए उस ट्वीट के बाद आई है, जिसमें उन्होंने एक यूजर को बताया था कि वह और उनकी कंपनी मौजूदा समय में भारत में कई चुनौतियों का सामना कर रही है। 

सिद्धू ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि मैं मस्क को आमंत्रित करता हूं। पंजाब मॉडल लुधियाना को इलेक्ट्रिक वाहनों और बैट्री उद्योग के लिए हब के रूप में बनाएगा, जिसमें निवेश के लिए समयबद्ध सिंगल विंडो क्लियरेंस होगा जो पंजाब में नई तकनीक लाएगा, हरित रोजगार पैदा करेगा, पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास का रास्ता प्रशस्त करेगा। बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल पश्चिम बंगाल के मंत्री गुलाम रब्बानी मस्क को बंगाल में अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया था। इसके साथ ही आपको बता दें कि तेलंगाना और महाराष्ट्र की ओर से भी इस तरह का निमंत्रण एलन मस्क को दिया जा चुका है। 

इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला लंबे समय से भारतीय बाजार में एंट्री लेने की कोशिश कर रही है। हालांकि, कंपनी को अपने प्रयासों में कोई खास फायदा नहीं हुआ है। 16 जनवरी को एलन मस्क ने ट्वीट कर भारत में अपनी कार लॉन्च न कर पाने की वजह बताई थी। ट्विटर पर जब एक यूजर ने उनसे भारत में टेस्ला कार की लॉन्चिंग की संभावित तारीख के बारे में पूछा, तो मस्क ने रिप्लाई में कहा, "कंपनी फिलहाल भारत सरकार के साथ काफी चुनौतियों पर काम कर रही है।

भारत में इलेक्ट्रिक कारों पर टैरिफ
भारत में 40 हजार डॉलर (करीब 28 लाख रुपये से ऊपर) से ज्यादा कीमत के आयातित इलेक्ट्रिक वाहनों पर 100 फीसदी टैक्स लगाया जाता है, जबकि इससे कम कीमत के वाहनों पर 60 फीसदी टैक्स लगाए जाने का प्रावधान है। मस्क इस लिहाज से मस्क की कंपनी अगर भारत में कारों को उतारती भी है, तो इनकी कीमतें काफी ज्यादा होंगी