इंदौर । धार में विश्व डॉक्टर डे पर इंदौर लोकायुक्त ने छह हजार रुपये की रिश्वत लेते जिले की एक महिला डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आरोपित डॉक्टर ने डिलीवरी करने के एवज में 10 हजार रुपयों की मांग की थी।  जानकारी के अनुसार ग्राम बीमरोड निवासी बेनु बाई नामक महिला को डिलीवरी के लिए परिजन सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर आए थे। शासकीय अस्पताल में डिलीवरी निशुल्क होती है। लेकिन यहां पदस्थ स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉक्टर संगीता पाटीदार ने महिला के परिजनों से डिलीवरी करने के एवज में 10 हजार रुपयों की मांग रखी थी। परिजनों ने महिला की स्थिति को देखते हुए रिश्वत देने की सहमति दी तथा डॉक्टर से रुपये कम करने के लिए कहा तो आरोपी महिला डॉक्टर ने 8 हजार रुपये में डिलीवरी करने की बात कही तथा 27 जून को महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म भी दिया।
ऐसे में परिजनों ने 2 हजार रुपये महिला डॉक्टर को दिए व शेष रुपए शुक्रवार को देने की बात कही। इधर महिला डॉक्टर द्वारा रुपये के लिए दबाव बनाने पर पीडि़त परिवार की ओर से महेश डामोर ने रिश्वत मांगने की शिकायत इंदौर लोकायुक्त को कर दी। शुक्रवार सुबह लोकायुक्त टीम धार जिले के सरदारपुर पहुंची। निरीक्षक आशा सेजकर ने जानकारी देते हुए बताया कि शासकीय अस्पताल के पास में ही महिला डॉक्टर संगीता पाटीदार का निवास स्थान है, जहां पर महेश को रिश्वत के 6 हजार रुपये लेकर बुलाया था। इसी बीच टीम ने रंगे हाथों महिला डॉक्टर को रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। पीडि़त महेश के चचेरे भाई की पत्नी की डिलीवरी को लेकर महिला डॉक्टर ने रुपये मांगे थे। शुक्रवार को हुई कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त इंदौर की टीम जब महिला डॉक्टर के निवास पर पहुंची तो यहां पर डॉक्टर द्वारा क्लिनिक भी संचालित किया जा रहा था। जबकि महिला डॉक्टर शासकीय अस्पताल में पदस्थ है। इधर कार्रवाई के बाद बचने के लिए महिला डॉक्टर अपना मुंह छुपाती भी नजर आई है।