ग्वालियर    शहर की अस्पताल रोड पर अलंकार होटल के पास एक डायग्नोस्टिक सेंटर का भवन चंद सैकेंडों में धरासायी हो गया। देर रात डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक डॉ. राकेश नीखरा को रेस्क्यू कर निकाला गया। हालत गंभीर होने से उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भवन के धरासायी होने की वजह यह है कि पास में ही एक भवन का तलघर बनाया जा रहा था। तलघर के एरिया में शाम को पानी भर दिया गया था। जिसकी वजह से पास में बना डायग्नोस्टिक सेंटर का भवन गिर गया। घटनाक्रम के मुताबिक अलंकार होटल के पास अस्पताल रोड पर डॉ. अलोक नीखरा का 5 मंजिला डायग्नोस्टिक सेंटर है। इसमें दो बेसमेंट भी शामिल हैं। डायग्नोस्टिक सेंटर के पास ही नत्थीलाल बसंल का भवन भी बन रहा है। भवन बनने से पहले तलघर का निर्माण कराया जा रहा था। बताया जाता है कि सोमवार को शाम को तलघर में गिट्टी आदि डालकर पानी डाल दिया गया था। यह पानी पास के डायग्नोस्टिक सेंटर के भवन की नींव में चला गया। रात में जब डॉ. अलोक नीखरा अपने भवन की चौथी मंजिल पर सो रहे थे तो करीब पौने दो बजे अचानक भवन ढह गया। डॉ. नीखरा भी भवन में दब गए। सूचना मिलते ही पुलिस व निगम की टीमें मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। काफी मशक्कत के बाद डॉ. नीखरा को मलबे से निकाल लिया गया। लेकिन उनकी हालत गंभीर थी। इसलिए उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस व निगम अब मामले की जांच कर रहा है।

दो दिन पहले ही बच्चे गए थे झांसी:

जब भवन ढहा तब डॉ. अलोक नीखरा भवन में अकेले ही थे। उनकी पत्नी व बच्चे दो दिन पहले ही झांसी गए थे। झांसी में डॉ. नीखरा की ससुराल है। इसलिए ये सभी लोग भवन की चपेट में आने से बच गए।