ब्लड प्रेशर साइलेंट किलर है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति के लिए यह जरूरी है कि वह अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान दें। कई बार ऐसा देखा जाता है कि रक्तचाप बढ़ जाता है, लेकिन व्यक्ति को पता नहीं चलता है। आसान शब्दों में कहें तो हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण नजर नहीं आते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सामान्य रक्तचाप 100-140 mmHg सिस्टोलिक और 60-90 mmHg डायस्टोलिक होता है। उच्च रक्तचाप में रीडिंग 90/140 mmHg या इसके ऊपर रहता है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति की धमनियों में रक्त का दबाव बहुत बढ़ जाता है। रक्तचाप को सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दो तरह से मापा जाता है। इससे यह पता चलता है कि धड़कनों के बीच तनाव या संकुचन है।

  • अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग बैलेंस्ड डाइट यानी संतुलित आहार पर ध्यान नहीं देती हैं। इससे शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। इससे शरीर में कई बीमारियां जन्म लेती हैं। खासकर, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए पोटैशियम बहुत जरूरी है। डॉक्टर की मानें तो पोटैशियम युक्त फल और सब्जी के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
  • नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें। खाने में नमक के अधिक सेवन से रक्तचाप बढ़ने लगता है। खासकर, खाने में ऊपर से नमक का सेवन बिल्कुल न करें।
  • उच्च रक्तचाप के मरीजों को शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इससे हृदय तक जाने वाली रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इससे शरीर में रक्त का संचार सही से नहीं हो पाता है। अगर शराब का सेवन करते हैं, तो सीमित मात्रा में करें।
  • तनाव से दूर रहें। तनाव से हृदय संबंधी समस्या होती है। जानकारों की मानें तो तनाव के चलते उच्च रक्तचाप बढ़ जाता है। इसके लिए स्ट्रेस बिल्कुल न लें। इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं।