देहरादून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण चीन और पाकिस्तान के मित्र बनने के कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार कर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच दोस्ती नेहरू के दिनों की है, यह कांग्रेस सरकारों के समय में बढ़ी थी। उत्तराखंड में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए सिंह ने कहा कि टिप्पणी से पता चलता है कि कांग्रेस नेता ने स्वतंत्र भारत का इतिहास भी नहीं पढ़ा है। दरअसल राहुल गांधी ने हाल में संसद में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि उसकी गलत नीतियों के कारण चीन और पाकिस्तान करीब आ गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान संसद में गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण चीन और पाकिस्तान आपस में दोस्त हो चुके हैं।
शायद उन्होंने आजाद भारत का इतिहास भी कभी पढ़ा नहीं है।प्राचीन इतिहास,तब पढ़ा ही नहीं होगा। मध्ययुगीन इतिहास भी नहीं पढ़ा होगा। सिंह ने कहा, पाकिस्तान का शक्सगाम घाटी पर अवैध कब्जा था और जिस समय पाकिस्तान ने उस चीन के हवाले किया था, उस समय भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जब चीन ने कराकोरम राजमार्ग बनाया,तब उस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं। चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरीडोर 2013 में जिस समय बनना प्रारंभ हुआ, उस समय कांग्रेस की सरकार थी।उन्होंने कांग्रेस पर लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए उन्हें गुमराह करने का भी आरोप लगाया। सिंह ने गलवान घाटी में हुई झड़प पर टिप्पणी को लेकर भी राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया के खोजी पत्रकार ने हाल में पाया कि गलवान संघर्ष में कम से कम 38-50 चीनी सैनिक मारे गए थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि लोगों को कांग्रेस जैसे दलों को माफ नहीं करना चाहिए।