नई दिल्लीः रोजाना सामने आ रहे कोरोना संक्रमण (corona infection) के मामलों में काफी कमी देखी जा रही है. हालांकि, अभी भी एहतियात बरतनी जरूरी है. इसके लिए सरकार द्वारा व्यापक पैमाने पर वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया है. हालांकि, अभी बच्चों के लिए वैक्सीनेशन (child vaccination) की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई थी, लेकिन अब आज (बुधवार) से भारत में 12 से 14 साल के बच्चों को कोरोना वैक्‍सीन की डोज लगनी शुरू हो जाएगी.

सभी राज्यों को पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर सभी राज्यों के सचिवों को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि 16 मार्च 2022 से 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का COVID-19 वैक्सीनेशन (child vaccination) शुरू होगा. 12-13 और 13-14 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए केवल 'कॉर्बेवैक्स वैक्सीन' का उपयोग किया जाएगा.

विचार-विमर्श के बाद फैसला
केंद्र सरकार ने वैज्ञानिकों से विचार-विमर्श के बाद 12 से 14 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन (child vaccination) शुरू करने का फैसला किया है. वहीं, 15+ के लिए पहले से ही चल रहे अभियान के तहत वैक्सीन लगते रहेगी. राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) ने 12-14 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन शुरू करने की सिफारिश की थी.

12 साल होनी चाहिए उम्र
बच्चों के वैक्सीनेशन प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार का कहना है कि टीके के लिए बच्चों की उम्र कम से कम 12 साल होनी चाहिए. जिन बच्चों का वैक्सीनेशन (child vaccination) होना है, उनकी जन्मतिथि 16 मार्च 2010 के बाद की न हो. जानकारी के मुताबिक, देश में 12 से 14 साल के 7.11 करोड़ बच्चे हैं.

रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
वैक्सीनेशन से पहले बच्चों का भी रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. बच्चों को भी कोविन पोर्टल www.cowin gov.in या आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. एक मोबाइल नंबर पर 4 लोगों के रजिस्ट्रेशन किए जा सकते हैं. 15 साल से ज्यादा उम्र के किशोरों की तरह बच्चों को भी ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी.

28 दिन बाद दूसरी वैक्सीन
इन बच्चों को बायोलॉजिकल ई. कंपनी की कोर्बेवैक्स वैक्सीन लगेगी. पहली डोज के बाद दूसरी डोज लगने के लिए 28 दिन का गैप मिलेगा. बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए, ये वैक्सीन 90 फीसदी कारगर है.

बुजुर्गों के लिए तीसरी डोज
वहीं, 16 मार्च (आज) से ही,  60 और इससे ज्यादा उम्र के सभी बुजुर्ग बूस्टर यानी तीसरी डोज ले सकेंगे. इससे पहले, इस आयु वर्ग के गंभीर रोगों से पीड़ित लोगों को प्रिकॉशन डोज दी जा रही थी.