दुर्ग। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन को कारगार माना गया है। कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई थी। दूसरी लहर के दौरान ही सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की।

जिसके नतीजे बेहतर रहे। तीसरी लहर में लोग बड़ी संख्या में कोरोना से संक्रमित जरूर हुये लेकिन मौतों की संख्या काफी कम रही। वहीं तीसरी लहर में संक्रमित हुये लोग पांच से सात दिन में ही स्वस्थ्य हो गए। इसके पीछे वजह वैक्सीनेशन को माना गया।

अब तक 92 फीसद को पहला और 79 फीसद को दूसरा डोज लगा। फलस्वरूप जिले में वैक्सीनेशन के पहले डोज का आंकड़ा अब तक सौ फीसद तक नही पहुंच पाया है।