कोरबा, कोरबा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूतन कंवर के साथ स्थानीय बुधवारी बाजार पहुंचकर सड़क के किनारे कुम्भकारों द्वारा लगाई गई दुकानों में गोबर व मिट्टी से बने दीयों की खरीदी की, इसके साथ ही कलेक्टर टी.पी. नगर स्थित सी-मार्ट पहुंचे तथा महिला स्व-सहायता समूहों, ग्रामीण शिल्पकारों, कुम्भकारों द्वारा निर्मित सामग्रीयाँ खरीदी। उन्होने आमनागरिकों से अपील की कि वे दीपावली पर्व पर गोबर व मिट्टी से बने दीये का उपयोग करें।
      प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महती योजना "सी-मार्ट योजना" के तहत छत्तीसगढ़ के गांवों के देशी उत्पादों, महिला स्व-सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकारों, कुम्भकारों व अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री की जा रही है। कोरबा के टी.पी. नगर चौक पर सी-मार्ट स्थापित हैं, जहॉं पर उक्त परम्परागत देशी उत्पादों के साथ-साथ बड़ी, पापड़, हर्बल साबुन, महुए से बनी खाद्य सामग्री के साथ-साथ महिला समूहों, शिल्पियों, बुनकरों द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री की जा रही है। कलेक्टर श्री झा ने निगम आयुक्त श्री पाण्डेय एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कंवर के साथ सी-मार्ट पहुंचकर गोबर व मिट्टी से बने दीये के साथ-साथ विभिन्न पारंपरिक उत्पादों की खरीदी की। उन्होने सम्पूर्ण सी-मार्ट का भ्रमण करते हुए वहॉं पर बिक्री हेतु रखे गए विभिन्न देशी उत्पादों का अवलोकन किया, महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों, ग्रामीण शिल्पकारों का उत्साहवर्धन किया तथा सी-मार्ट में इन उत्पादों की संख्या बढ़ाने एवं उनकी बिक्री के संबंध में उनका मार्गदर्शन किया।
      कलेक्टर श्री झा, निगम आयुक्त श्री पाण्डेय, सीईओ श्री कंवर व अन्य अधिकारियों के साथ बुधवारी बाजार पहुंचे, वहॉं पर सड़क के किनारे कुम्भकारों द्वारा जमीन पर गोबर व मिट्टी से बने दीयों की दुकानें लगाई गई थी, उन्होने वहॉं पर भी इन दीयों एवं दीपावली पूजन सामग्री व अन्य उत्पादों को खरीदकर उनका उत्साहवर्धन किया।
* गोबर व मिट्टी से बने दीयों का करें उपयोग
      कोरबा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने इस मौके पर आमजन से अपील करते हुए कहा है कि वे दीपावली के इस पावन अवसर पर गोबर व मिट्टी से बने दीयों को खरीदें तथा उनका उपयोग करें। उन्होने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों, कुम्भकारों के द्वारा गोबर व मिट्टी से बने दीयों व अन्य उत्पादों का निर्माण कर उनकी बिक्री की जा रही है, इन दीयो का उपयोग कर आप महिला स्व-सहायता समूहों व कुम्भकारों की सहायता करेंगे, यह धार्मिक आस्था का प्रतीक भी है, अतः गोबर व मिट्टी से बने दीये खरीदें तथा इन्ही के साथ दीपोत्सव पर्व मनाएं।