मुंबई । महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भाजपा के प्रसाद लाड से कांग्रेस प्रत्याशी चन्द्रकांत हांदोरे की हार के बाद राकांपा ने भाजपा पर ‘खरीद-फरोख्त का आरोप लगा दिया हैं। वहीं शिवसेना ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अधिकारों का दुरुपयोग करके जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस का कहना है कि अगर उसके विधायकों ने हांदोरे के लिए वोट नहीं किया, तब इसके लिए किसी को दोष नहीं दे सकते। कांग्रेस के दो प्रत्याशियों में से भाई जगताप को जीत मिली है, लेकिन हांदोरे भाजपा प्रत्याशी लाड से हार गए जो कि राज्य की सत्तारूढ़ एमवीए सरकार के लिए एक झटका है।
चुनाव में भाजपा के सभी पांच प्रत्याशियों को जीत मिली, वहीं शिवसेना के दो और राकांपा के दो प्रत्याशियों को भी जीत मिली। शिवसेना के दोनों विजेता प्रत्याशियों सचिन अहीर और अमश्या पडवी को 26-26 वोट मिले हैं, जबकि पार्टी के पास कुल 55 वोट थे। 
शिवसेना के वरिष्ठ नेता विनायक राउत ने कहा कि भाजपा के (पांचवें) उम्मीदवार को सिर्फ इसकारण जीत मिली है, क्योंकि भाजपा ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया। राकांपा के दो उम्मीदवारों को उसके संख्या बल 51 के मुकाबले 57 वोट मिले हैं। राकांपा नेता जयंत पाटिल का कहना है कि जीत शरद पवार नीत पार्टी में विधायकों की एकजुटता दिखाती है।
कांग्रेस की हार के संबंध में सवाल करने पर पाटिल ने कहा, ‘‘हमें इसके बारे में कल पता चलेगा। जिन लोगों ने खरीद-फरोख्त की होगी, वे धीरे-धीरे सामने आ जाएंगे। राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने भाजपा पर निशाना साधकर कहा कि पार्टी सिर्फ धन और ईडी के बल पर जीती है। कांग्रेस उम्मीदवार की हार पर पार्टी के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि उनके उम्मीदवार को पार्टी विधायकों ने वोट नहीं दिया है।