भोपाल : लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की देख-रेख में लापरवाही नहीं होना चाहिये। चिकित्सालय का अमला इस बात को सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन व्यवस्थाओं के लिये सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने आज रीवा और बालाघाट जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से वर्चुअली संवाद के बाद डॉक्टर्स से चर्चा करते हुए यह निर्देश दिये।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि चिकित्सालय की साफ-सफाई, मरीजों की देख-रेख और व्यवस्थाओं के संबंध में सिविल सर्जन सतत मॉनीटरिंग करें। उन्होंने कहा कि मरीजों से चर्चा में उन्हें कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन लापरवाही की घटनाएँ नहीं होना चाहिये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने रीवा और बालाघाट जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य संवाद कर उपचार एवं व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

स्वास्थ्य संवाद की कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने  जिला चिकित्सालय रीवा में उपचाररत सुश्री रुही की माताजी श्रीमती आरोही तिवारी, सुश्री अनन्या की माताजी श्रीमती निधि, श्री आसिफ खान, श्री नितिन सिंह परिहार और सुश्री ललिता मिश्रा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। जिला चिकित्सालय बालाघाट में भर्ती श्री राजेंद्र चिचखेड़े, श्री फूलचंद केसले, श्री महेश बांसखेड़े और श्री मीर नजफ अली से वीडियो कॉल पर चर्चा कर स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने मरीजों से चर्चा में सरकार की योजनाओं के संबंध में जानकारी ली। मरीजों को चिकित्सालय से मिलने वाले नि:शुल्क उपचार के साथ नि:शुल्क दवाइयाँ और भोजन आदि व्यवस्थाओं के संबंध में जाना। भर्ती मरीजों ने बताया कि उन्हें चिकित्सालय से नि:शुल्क दवाइयाँ दी जा रही हैं। अस्पताल की ओर से दोनों समय का भोजन, चाय और नाश्ता भी दिया जाता है। वार्ड में पर्याप्त साफ-सफाई है, बेड शीट्स रोजाना बदली जाती हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने रीवा और बालाघाट के सिविल सर्जन को जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाये रखने के निर्देश दिये।