अमेरिकी की दिग्गज ऑटो कंपनी जनरल मोटर्स का 90 साल से चला आ रहा दबदबा अब खत्म हो गया है। जनरल मोटर्स अब अमेरिका की सबसे ज्यादा कारें बेचने वाली कंपनी नहीं रह गई है। जापान की कंपनी टोयोटा ने उससे यह ताज छीन लिया है। टोयोटा ने पिछले साल अमेरिकी बाजार में 23 लाख से ज्यादा गाड़ियां बेची। उसने पिछले साल जनरल मोटर्स से पांच फीसदी यानी 114,000 ज्यादा गाड़ियां बेची।
जनरल मोटर्स ने पिछले साल करीब 22 लाख गाड़ियां बेची जबकि 2020 में कंपनी ने 25 लाख गाड़ियां बेची थी। कंपनी का कहना है कि उसकी बिक्री में 13 फीसदी कमी आई है। सेमीकंडक्टर चिप की कमी से उसका उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जनरल मोटर्स का मुख्यालय डेट्रायट में है और अमेरिकी बाजार में सबसे ज्यादा कारें बेचना का तमगा 1931 से इसी कंपनी के पास था। 

2020 की तुलना में 2021 में अमेरिकी बाजार में नई कारों की बिक्री में दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई। लेकिन यह प्री-कोविड लेवल से काफी कम है। कंपनियों को सप्लाई चेन की समस्याओं से गुजरना पड़ा रहा है। इससे कीमतों में भी तेजी आई है। लेकिन दूसरी ऑटो कंपनियों की तुलना में टोयोटा पर चिप की कमी का ज्यादा असर नहीं हुआ। इसकी वजह यह थी कि कंपनी ने 2011 में आए भूकंप और सूनामी के बाद चिप का भंडार बनाने का फैसला किया था।
महामारी शुरू होने से पहले ही अमेरिकी की टॉप कार कंपनियां बिक्री के मामले में इंटरनेशनल कंपनियों से पिछड़ने लगी थीं। कभी अमेरिकी में कारों की कुल बिक्री में फोर्ड (Ford), जनरल मोटर्स और क्रिसलर (Chrysler) की 90 फीसदी हिस्सेदारी थी। 2008 तक देश में बिकने वाली आधी कारें इन्हीं कंपनियों की होती थी लेकिन अब यह स्थिति बदल गई है।
टोयोटा की Camry पिछले 20 साल से अमेरिका में सबसे ज्यादा बिकने वाली पैसेंजर कार बनी हुई है जबकि बेस्ट सेलिंग एसयूवी (SUV) का तमगा पिछले पांच साल से उसकी गाड़ी Rav4 के पास है। 2005 तक टोयोटा अमेरिकी बाजार में चौथे नंबर पर थी। लेकिन 2021 आते-आते यह स्थिति बदल गई। अब जीएम, फोर्ड और क्रिसलर की हिस्सेदारी घटकर 38 फीसदी रह गई है। अगर इसमें टेस्ला (Tesla) को भी शामिल कर लिया जाए तो यह 40 फीसदी पहुंचती है।