अप्रैल का महीना आज से शुरू हो गया है. इस साल ये महिना न सिर्फ तीज त्यौहारों बल्कि ग्रहों की दिशा दशा के नजरिये से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है. इसी महीने में हिन्दू नववर्ष  की शुरुआत हो रही है, चैत्र नवरात्रि भी इसी महीने में आती है, राम नवमी  जैसा मुख्य पर्व भी इसी महीने में है अप्रैल के महीने में ही पहला सूर्य ग्रहण शनिचरी अमावस्या के दिन पड़ने वाला है. दूसरी तरफ ग्रहों की बात करें तो, इसी महीने में दो सबसे महत्वपूर्ण बड़े ग्रह- राहु शनि, राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. शनि राहु के गोचर का चैत्र नवरात्रों पर भी गहरा असर देखने को मिलेगा. इसी बीच राशियों की बात करें तो, शनि गोचर के प्रभाव से जहां कुछ राशियों को राहत मिलने वाली है तो वहीं कुछ राशियों पर शनि का प्रकोप बरसने वाला है.
शनि राशि परिवर्तन 
पंचांग के अनुसार शनि 24 जनवरी 2020 से ही मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. शनि ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में करीब ढाई साल का समय लगाते हैं. पिछले वर्ष यानि 2021 में शनि का राशि परिवर्तन नहीं हुआ था. लेकिन इस साल यानि 2022 में शनि अपनी राशि बदलेंगे. 29 अप्रैल 2022 में शनि मकर राशि छोड़ कुंभ में गोचर शुरू कर देंगे.

शनि इन तीन राशियों की बढ़ाने जा रहे हैं परेशानी
शनि का गोचर कर्क, वृश्चिक कुंभ राशि वालों के लिए मुसीबत बनकर आ सकता है. वर्तमान समय में शनि की 5 राशियों पर विशेष दृष्टि है. जिसमें से मिथुन तुला पर शनि की ढैय्या. वहीं धनु, मकर कुंभ राशि पर शनि की साढे़ साती चल रही है. लेकिन 29 अप्रैल से शनि कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं.
शनि गोचर इन राशियों के लिए कैसा रहेगा
शनि राशि परिवर्तन से कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण शुरू हो रहा है. शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही धनु राशि वालों को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी. विशेष बात ये है कि धनु राशि पर साढ़े सात साल बाद शनि की इस दशा का अंत होने जा रहा है. लंबे समय बाद इस राशि के लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है. कर्क वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या रहेगी. शनि के गोचर से मकर मीन वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.