दुर्ग जिले के नेवई थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र जवाहर उद्यान के पास 25 जनवरी की दोपहर मिले बुजुर्ग के शव की पहचान हो गई है। मृतक की पहचान शंकर सिंह (83) के रूप में हुई है। वह मरोदा टंकी स्कूल पारा पीपल पेड़ के पास रहता था। शंकर सिंह रिटायर्ड BSP भिलाई स्टील प्लांट कर्मी थे। जब वह सुबह से शाम तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। पुलिस के पास पहुंचे तो उन्होंने उन्हें शव दिखाया, जिससे उन्होंने उसकी पहचान शंकर सिंह के रूप में की।

नेवई थाना प्रभारी भारती मरकाम ने बताया कि शंकर सिंह साइकिल से रोजाना सुबह वहीं जंगली क्षेत्र में सूखी लकड़ी लेने जाते थे। उस लकड़ी का उपयोग वह पानी गर्म करने के लिए लिए करते थे। मंगलवार सुबह भी वह रोज की तरह जंगल तो गए, लेकिन घर वापस नहीं लौटे। देर शाम तक जब शंकर घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने आसपास खोजबीन की। जब कहीं पता नहीं चला तो वह लोग नेवई थाने शिकायत दर्ज कराने पहुंचे। यहां पुलिस ने परिजन को लाश दिखाई। उस लाश की पहचान परिजनों ने की। शंकर सिंह का एक बेटा ओंकार और एक बेटी है। बुजुर्ग शंकर सिंह के सिर के पीछे और अन्य हिस्सों में चोट के निशान मिले हैं। पुलिस इसे हत्या का केस मान रही है। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया था। इसके बाद शव परिजन के हवाले कर दिया गया है। पुलिस अज्ञात के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।