डीजी (जेल) एवं जेल अधीक्षक, बालाघाट एक माह में दें जवाब

बालाघाट   जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी श्री जितेन्द्र पिता रामचरण ठाकरे ने जेल परिसर में बीते सोमवार (11 अप्रैल 22) को अपने शरीर में जगह-जगह ब्लेड मारकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। जिसकी जानकारी मिलने के बाद घायल कैदी को जिला अस्पताल, बालाघाट में भर्ती कराया गया। मिली जानकारी के मुताबिक कैदी श्री जितेन्द्र ठाकरे पेशे से शिक्षक हैं। जिसपर आरोप है कि उसने आर्थिक परेशानी और 20 लाख रूपये बीमा राशि पाने की मंशा से स्वंय को मृत बताने के लिये एक मजदूर को जिंदा जला दिया था। इस मामले में ही वह 28 मई 2019 से जिला जेल बालाघाट में विचाराधीन कैदी के रूप में बंद है, जिसने सोमवार को आत्महत्या करने का प्रयास किया। जिसके बाद जेल प्रशासन ने उसे अस्पताल पहुंचाया और उसे भर्ती कराया। विचाराधीन कैदी के बयान भी दर्ज कर लिये गये हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने महानिदेशक, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं, मध्यप्रदेश तथा जिला जेल अधीक्षक, बालाघाट से एक माह में तथ्यात्मक जवाब मांगा है।