म्यूचुअल फंड्स इंडस्ट्री के संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया (एम्फी) ने शेयर्स का नया वर्गीकरण जारी कर दिया है। नई लिस्ट फरवरी-जुलाई 2022 के लिए है। इसमें हाल में लिस्ट हुईं स्टार्टअप कंपनियों जोमैटो, नायका, पेटीएम, पॉलिसीबाजार समेत 13 कंपनियों के स्टॉक को लार्ज कैप कैटेगरी में डाला गया है। वहीं, बंधन बैंक, यस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) समेत 13 कंपनियों का लार्ज कैप से मिड कैप कैटेगरी में डाल दिया गया है।

20 कंपनियों को स्माल कैप में भेजा गया- 20 कंपनियों को मिड कैप से हटाकर स्माल कैप कैटेगरी में डाला गया है। स्माल कैप से मिड कैप में आने वाली प्रमुख कंपनियों में JSPL, क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी लि., गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स लिमिटेड, हैप्पीएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। इसी तरह निरमा ग्रुप की कंपनी और हाल में लिस्ट हुई नुवोको विस्टास कॉर्पोरेशन, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज भी मिड कैप में आ गई हैं।

आदित्य बिड़ला भी मिड कैप में- पिछले साल लिस्ट हुई चौथी म्यूचुअल फंड कंपनी आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC, GR इंफ्राप्रोजेक्ट्स, नेशनल एल्युमीनियम कंपनी, ट्राइडेंट, एप्टस वैल्यू हाउसिंग फाइनेंस, प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स, देवयानी इंटरनेशनल लिमिटेड, ग्रिंडंवेल नॉर्टन के शेयर भी अब मिड कैप बन गए हैं। जो शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होने के बाद डायरेक्ट मिडकैप में आए हैं उसमें स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस है।

बंधन और बॉश शेयर बने मिड कैप- लार्ज कैप से मिडकैप में जिन शेयर्स को शामिल किया गया है उसमें बंधन बैंक, बॉश, चोलामंडलम इन्वेस्ट, पीएंडजी हाइजीन, अरबिंदो फार्मा, एनएमडीसी और ल्यूपिन शामिल हैं। इसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा, बायोकॉन, कोलगेट-पामोलिव इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, हनी वैल ऑटोमेशन, यस बैंक भी अब मिड कैप बन गए हैं। दरअसल इस क्लासिफिकेशन का असर यह होगा कि जो शेयर्र जिस कैटेगरी में होंगे, उसी आधार पर उसमें म्यूचुअल फंड निवेश करते हैं।