भोपाल । भोपाल से लेकर आसपास की कई गोशालाओं में चारे की कमी और अन्य अव्यवस्थाओं के चलते बीते दिनों में लगातार गायों की मौत की खबरें मिलती रही है। अब इंदौर जिले के  सनावदिया की सरकारी गोशालाओं में चार गायों की मौत विषाक्त भोजन से होना बताई गई। दूसरी तरफ शासन ने 33 करोड़ 70 लाख रुपए की बड़ी राशि गोशालाओं में चारा-भूसा खरीदी के लिए आवंटित की है। 52 जिलों की 1621 गोशालाओं में पौने 3 लाख से अधिक गोवंश हैं और रोजाना प्रति गोवंश 20 रुपए के मान से यह राशि दी गई है।
अध्यक्ष मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संर्वधन बोर्ड स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री गोसेवा योजना में 1621 गोशालाओं के लिए 33 करोड़ 70 लाख रूपए की राशि जारी कर दी गई है। योजना में प्रदेश के 52 जिलों में 1621 गोशालाओं में 2 लाख 76 हजार 765 गोवंश हैं। प्रति गोवंश 20 रूपए प्रति दिवस के मान से चारा-भूसा क्रय के लिए यह राशि दी गई है। अपर मुख्य सचिव पशुपालन जे.एन. कंसोटिया ने बताया कि मुख्यमंत्री गोसेवा योजना की गोशालाओं में से 530 गौ-शालाएँ महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित की जा रही हैं। ये समूह गौ-कास्ठ, जैविक खाद, गौ-शिल्प और अन्य रोजगार उन्मूलक गतिविधियों से आय प्राप्त कर रहे हैं। गोशालाओं के गोवंश का टीकाकरण और अन्य चिकित्सीय सुविधाओं के निर्देश विभागीय अमले को दिए गए हैं।  एक तरफ इतनी भारी-भरकम राशि का आवंटन चारे-भूसे के लिए किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ प्रदेश में कई गायों की मौत भी हो गई है। भोपाल का मामला तो सुर्खियों में रहा ही, जहां राजधानी से 40 किलोमीटर दूर बैरसिया के बसई मोहल्ला स्थित गोशाला में कई गायों की मौत हुई। दूसरी तरफ सनावदिया की गोशाला में भी चार गायें मर गई। हालांकि पशु चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों का दावा है कि विषाक्त भोजन के चलते इन गायों की मौत हुई।