हैदराबाद| तेलंगाना के चार श्रमिकों की कतर में फीफा विश्व कप परियोजनाओं पर काम करने के दौरान मौत हो गई, लेकिन अरब देश ने उनके परिवारों को मुआवजा देने से इनकार कर दिया है। चेवेल्ला निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद रंजीत रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कतर से मुआवजा लेकर मृतक श्रमिकों के परिवारों के साथ न्याय करने की अपील की है।

सांसद ने सवाल किया- क्या दोहा में फीफा विश्व कप परियोजनाओं पर काम कर रहे तेलंगाना के प्रवासी मजदूरों की जिंदगी इतनी सस्ती है कि कतर ने फीफा परियोजनाओं पर काम करते हुए मरने वालों को मुआवजा देने से इनकार कर दिया। क्या दोहा तेलंगाना के प्रवासी श्रमिकों के शवों पर फीफा विश्व कप आयोजित करना चाहता है ?

रंजीत रेड्डी ने ट्वीट किया कि, मल्लापुर गांव के जगन सुरूकांति, धरपल्ली के माजिद, मेंडोरा गांव के मधु बोलापल्ली और वेल्माल के रमेश कल्लाडी की फीफा परियोजनाओं पर काम करते समय मृत्यु हो गई। उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला और आश्चर्यजनक रूप से दोहा में भारतीय दूतावास ने कहा कि उसे मौतों के बारे में जानकारी नहीं है। तेलंगाना के इन प्रवासी कामगारों के साथ कौन न्याय करेगा?, उन्होंने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की।

2022 फीफा विश्व कप 20 नवंबर से 18 दिसंबर तक कतर में होना है। मेजबान देश को विश्व कप की तैयारी में शामिल विदेशी श्रमिकों के साथ अपने व्यवहार के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने जबरन मजदूरी और खराब कामकाजी परिस्थितियों का हवाला दिया है।