Curd : सर्दियों में दही खाया जा सकता है?सर्दियों में खानपान को लेकर सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की सलाह दी जाती है। बड़े बुजुर्ग कहते रहे हैं, सर्दी के दिनों में उन चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए जिसकी तासीर ठंडी होती है, क्योंकि इससे सर्दी-जुकाम और बुखार होने का खतरा हो सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सर्दियों में दही खाया जा सकता है? असल में दही ठंडी होती है। दही हमारे घरों में खाई जाने वाली सबसे पसंदीदा चीजों में से एक है। इसे खाने के साथ खाने का मजा अलग ही होता है। लेकिन खाने के साथ-खाथ दही कई पोषक तत्वों का भंडार भी हैं। इसमें कई विटामिन्स और मिनरल्स भी होते है जो हमारे सेहत के लिए बड़े फायदेमंद हैं।ये शरीर के डाइजेशन में भी मदद करता है।

हालांकि इसकी तासीर ठंडी होती है इस कारण लोग सर्दी के मौसम में इसे खाने से परहेज करते हैं। पेंरेंट्स भी चिंता करते है कि कहीं उनके बच्चे को खांसी और ज़ुकाम न हो जाए। यही वजह है कि सर्दी के मौसम में ज्यादातर घरों में दही खाना बंद कर दिया जाता है।दही कार्ब्स में कम होने के साथ उच्च मात्रा में प्रोटीन, विटामिन्स, खनिजों और प्रोबायोटिक का स्रोत मानी जाती है, इसके सेवन को पाचन शक्ति बढ़ाने वाला माना जाता रहा है। लेकिन बहुत से लोग सर्दियों के मौसम में दही खाना छोड़ देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे उन्हें सर्दी और खांसी होने का खतरा बढ़ जाएगा। क्या वाकई ठंड के मौसम में दही का सेवन हानिकारक है?

दही के पोषक तत्व

दही कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। यह गुड बैक्टीरिया और प्रोटीन से भरपूर होती है। दही में विटामिन, मैग्नीशियम और पोटेशियम भी भरपूर मात्रा में होता है। दही में प्रोटीन, कैल्शियम के अलावा राइबोफ्लेविन भी होता है। आपकी सेहत के लिए फायदेमंद विटमिन B6 और विटमिन B12 जैसे पोषक तत्व भी दही में पाए जाते हैं। दही को स्वस्थ आहार के रूप में शामिल किए जाने की सलाह दी जाती रही है। इसमें उच्च मात्रा में गुड बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन को ठीक रखने में काफी लाभकारी हो सकते हैं।जिसकी हमारे शरीर को नियमित रूप से आवश्यकता होती है।

सर्दियों में इस बात का रखें ध्यान

सर्दियों में दही खाने से पहले उसका तापमान व्यवस्थित करना सबसे जरूरी होता है। फ्रिज में दही को न रखें, दोपहर के समय में इसका सेवन करना ज्यादा लाभकारी होता है। यदि आपको कफ की दिक्कत है तो दही खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। वैसे तो यह शरीर के लिए विशेष लाभकारी है, पर कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी माना जाता है।

संपूर्ण शरीर के लिए लाभकारी है दही

दही, एक किण्वित डेयरी उत्पाद है जिसमें उच्च प्रोटीन, कम कार्ब्स, विटामिन और खनिज होते हैं। ये पोषक तत्व अंगों के समुचित कार्य के लिए महत्वपूर्ण है। दही को अध्ययनों में हृदय स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा प्रणाली, रक्त शर्करा के स्तर को ठीक रखने, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य, वजन को कंट्रोल करने और पाचन तंत्र को बढ़ावा देने में मददगार माना जाता है। कुछ अध्ययनों में कहा गया है कि रोजाना आहार में दही को शामिल करके कई प्रकार से शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।

आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में क्यों नहीं खाना चाहिए दही?

आयुर्वेद में सर्दियों के मौसम में दही का सेवन नुकसानदायक बताया गया है। इसके अनुसार ये म्यूकस को बढ़ाता है। इसकी प्रकृति कफ बढ़ाने वाली होती है इसलिए अगर आपको पहले से ही सांस से जुड़ी समस्याएं और खांसी सर्दी से जुड़ी प्रॉब्लम है तो दही के सेवन से परहेज करें। वहीं अगर दही का सेवन करते भी हैं तो शाम 5 बजे से पहले करें। सर्दियों में दही का सेवन ग्रंथियों से स्राव को बढ़ाता है, जिससे बलगम स्राव भी बढ़ता है। दही अतिरिक्त बलगम का निर्माण उन लोगों के लिए मुश्किल बना सकता है, जो पहले से ही श्वसन संक्रमण, अस्थमा, सर्दी और खांसी जैसी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। सर्दियों में खास तौर पर रात में दही के सेवन से बचें।

लंच में दही खाना सबसे अच्छा

विशेषज्ञ कहते हैं कि सर्दियों में दिन के समय यानी लंच में दही खाने से स्वास्थ्य को कोई खास नुकसान नहीं होता, बल्कि इससे स्वास्थ्य ठीक बना रहता है। दिन में दही खाना रात के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित भी माना गया है। जिन लोगों को ठंडी चीजों से एलर्जी हैं, खासतौर से उन्हें दही खाने में सावधानी बरतनी चाहिए।

दही खाना फायदेमंद लेकिन इस वक्त न खाएं

साइंस के अनुसार, दही का सेवन इम्युनिटी के लिए अच्छा है क्योंकि ये प्रोबायोटिक है। इसमें कैल्शियम, विटामिन B12 और फॉस्फोरस की भरपूर मात्रा होती है। सर्दियों में किसी भी तरह के इंफेक्शन से लड़ने में दही का सेवन आपको फायदा पहुंचाएगा। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है।हालांकि सर्दियों में दही खा सकते हैं, लेकिन ठंडा दही न खाएं। वहीं अगर आपको पहले से ही गला खराब होने या खांसी जुकाम की समस्या है तो दही बिल्कुल न खाएं। दही को दिन के समय खाएं और ध्यान रखें कि ये खट्टा न हो।अगर आपको दही से एलर्जी की समस्या है और इसे खाते ही खांसी, जुकाम और गला खराब होने की दिक्कत हो जाती है तो भी दही से परहेज करें।दही में ऐसे हेल्‍दी बैक्‍टीरिया होते हैं जो सर्दियों के मौसम में आंतों के लिए फायदेमंद होने के साथ ही पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

सर्दी और खांसी होना

दही सर्दियों के दौरान खाने के लिए सबसे बेस्ट चीज है। इसमें प्रोबायोटिक और विटामिन होते हैं जो किसी भी मौसम में आपके इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं। लेकिन इसका सेवन रूम टेंपरेचर पर करें।

रात को दही नहीं खाना चाहिए

रात के खाने में दही एक अच्छा साइड डिश हो सकता है। वास्तव में यह काफी रिलैक्सिंग होता है। यह मस्तिष्क में ट्रिप्टोफैन नामक एक अमीनो एसिड को रिलीज करने में मदद करता है जो ​दिमाग को शांत करता है और स्पष्ट रूप से सोचने में मदद करता है। वास्तव में ट्रिप्टोफैन की वजह से आपके न्यूरॉन्स आराम से रिचार्ज हो जाते हैं।

स्तनपान कराने वाली ​मां को दही से बचना चाहिए

मां के दूध से केवल पोषक तत्व शिशु तक पहुंचेंगे और इससे कोई सर्दी या संक्रमण नहीं होगा क्योंकि मां का दूध इम्युनोग्लोबुलिन से भरपूर होता है। दही लैक्टोबैसिलस के साथ-साथ विटामिन और प्रोटीन से भरपूर होता है जो आपकी इम्यून पॉवर को बढ़ावा देता है। रायता या दही चावल का सेवन स्तनपान कराने वाली माताओं में कैल्शियम की आवश्यकता और अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन को पूरा करने के लिए किया जाता है।

बच्चों को सर्दियों में दही खाने से बचना चाहिए

दही एक बेहतरीन इम्युनिटी बिल्डर है, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह डब्ल्यूबीसी सिंथेसिस को भी बढ़ाता है। इसलिए, बच्चों को किसी भी रूप में दही खाने के लिए इंस्पायर किया जाना चाहिए, लेकिन सुनिश्चित करें कि यह कमरे के तापमान पर हो और रेफ्रिजरेटर में नहीं। कमरे के तापमान पर अगर दही नहीं होगा तो बच्चों को सर्दी हो सकती हैं।

वजन घटाने के लिए स्वस्थ फैटी एसिड का सेवन भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कम फैट वाले दूध या स्किम्ड दूध से बने दही के सेवन से आपके शरीर में फैट नहीं बढ़ेगा और आप मोटे नहीं होंगे। फैट के अलावा, दही कैल्शियम, विटामिन डी, पोटेशियम और प्रोटीन से भी भरपूर होता है जो इसे बेहतर एब्जॉर्प्शन के लिए पोषक तत्वों का एक अच्छा कॉम्बो बनाता है।