अहमदाबाद | गुजरात विधानसभा चुनाव निकट आते ही राजनीतिक दिलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई| कई बार जोश में आकर नेता विवादित बयान दे देते हैं, जिसे लेकर बाद में उन्हें खेद जताना पड़ जाता है| कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी ने एक बयान दिया जिसे लेकर बवाल मच गया है| भरतसिंह सोलंकी ने इस विवादित बयान ने कांग्रेस को बेकफूट पर धकेल दिया है| दरअसल धोलका के वटामण में कांग्रेस ने ओबीसी सम्मेलन का आयोजन किया था| सम्मेलन को संबोधित करते हुए भरतसिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा ने राम के नाम पर लोगों को ठगा है| यहां तक ठीक था, इससे आगे बढ़कर भरतसिंह ने कहा कि लोगों ने पूजा कर रामशिला अयोध्या भेजी थीं, जहां कुत्ते उस पर पेशाब करते थे| राम के नाम पर रुपयों की उगाही करने वाले लोग हवा में रुपए उछालकर कहते थे कि जितने रुपए राम को रखना होगा रखेंगे शेष हम रख लेंगे| उन्होंने कहा कि जो लोग राम को ठग सकते हैं वह हमें क्या छोड़ेंगे| भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर करोडों रुपयों की उगाही की है| जबकि सरकार ने मंदिर के लिए बजट दिया था, इसके बावजूद भाजपा ने रुपयों की उगाही की है| सोलंकी ने कहा कि मैं भी राम मंदिर का प्रशंसक हूं और मेरा नाम ही राम के परिवारजन के तौर पर भरत रखा गया है| लेकिन राम के नाम पर राजनीति नहीं करता| जबकि भाजपा भगवान के नाम पर राजनीति करती है| सम्मेलन को संबोधित करते हुए भरतसिंह ने कहा कि कांग्रेस ने माधवसिंह सोलंकी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाकर ओबीसी समाज को नेतृत्व दिया था| अब ओबीसी समाज को नेतृत्व को बल देना होगा| जिसकी शुरुआत यहां से करें और ऐसी करें कि सामने वाला भी चौंक जाए| उन्होंने कहा कि ओबीसी को साथ लिए बगैर कोई भी चुनाव जीत नहीं सकता| कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश से ओबीसी को अपने साथ लाने की शुरूआत कर दी है| अगर हम एक साथ रहे तो आगामी चुनाव में 125 सीटें जीत सकते हैं| झंडे लगे या ना लगे परंतु दिल में पंजा होना चाहिए| सोलंकी ने कहा कि हिन्दू के नाम पर फूट डालने वाली भाजपा सरकार को पहचानिए| बगैर ओबीसी समाज के गुजरात में भाजपा चुनाव नहीं जीत सकती| भाजपा सरकार में महत्वपूर्ण विभाग अगड़ों को दिया जाते हैं, जबकि ओबीसी को मत्स्योद्योग जैसे छोटे मोटे विभाग दिए जाते हैं| बेहतर होगा कि भाजपा में मौजूदा ओबीसी लोग जागृत हों और कांग्रेस के साथ आएं| उन्होंने आरोप लगाया कि अंग्रेजों से कहीं ज्यादा भ्रष्टाचार भाजपा कर रही है| भाजपा कभी भी पानी, शिक्षा और सामान्य वर्ग के लोगों पर बात नहीं करती| अंग्रेजों की दलाली करने वाली भाजपा आजादी की लड़ाई में शामिल नहीं थी|