जबलपुर | कर्नाटक कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने और बैन लगाने की घोषणा का जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। बजरंग दल के कार्यकर्ता जिला कांग्रेस कमेटी के बलदेव बाग स्थित कार्यालय में तोड़फोड़ करने पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अन्य सामाजिक संगठनों ने मिलकर कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की है, जिससे काफी नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि बजरंग दल द्वारा सामान्य प्रदर्शन की सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन इस सामान्य प्रदर्शन के दौरान बजरंग दल के साथ शामिल अन्य सामाजिक संगठनों ने तोड़फोड़ कर दी। जिसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को नहीं थी। सामान्य प्रदर्शन की सूचना होने पर कांग्रेस कार्यालय में पुलिस प्रशासन के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

इस मामले को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिस तरह कर्नाटक में उन्हें आतंकवादी संगठनों से जोड़ा गया है, वह सही नहीं है। इस प्रदर्शन के बाद भी उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं, इस मामले को लेकर पूर्व नगर अध्यक्ष दिनेश यादव का कहना है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता नामर्दगी वाले काम कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने यह तोड़फोड़ कांग्रेस कार्यालय में नहीं बल्कि पत्रकार भवन में की है और उनके इस तोड़फोड़ से पत्रकार भवन को क्षति पहुंची है। कांग्रेस कार्यालय को उनके इस तोड़फोड़ से कोई भी नुकसान नहीं हुआ है। वहीं, शेर और भेड़िए का उदाहरण देते हुए उन्होंने आगे कहा कि कभी-कभी भेड़िया शेर पर हमला कर देता है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं होता है कि शेर राजा नहीं है।