कांग्रेसी खेमे में इस बात का दुष्प्रचार किया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान योजनाओं के माध्यम से बहनों के खाते में पैसे डाल रहे हैं जबकि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई है। कुछ कांग्रेसी नेताओं ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत भी की है। इस पर चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि जो योजनाएं पहले से चल रही हैं वो पूर्ववत चलती रहेंगी, उन्हें रोका नहीं जाएगा। योजना के लिए नये आवेदन चुनाव के बाद ही लिए जाएंगे।
दरअसल, आचार संहिता लगने से पूर्व शुरू की गई योजनाओं का लाभ आचार संहिता के दौरान भी लाभार्थियों को मिलना जारी रहता है। इसे आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना जाता है। इस लिहाज में पूर्व में पंजीकृत बहनों को पैसा मिलता रहेगा और जिन बहनों का नाम किसी कारणवश अब तक योजना में नहीं जुड़ पाया है, वे चुनाव के बाद आवेदन कर सकती हैं। 

गौरतलब है कि लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना मध्यप्रदेश में अनवरत जारी रहेगी। योजना के तहत मिलने वाला पैसा चुपचाप नहीं दिया जा रहा है, बल्कि इस वार्षिक बजट में सरकार के कार्यकाल में ही पारित किया जा चुका है। इसलिए यह किसी भी सूरत में आचार संहिता का उल्लंघन करने के दायरे में नहीं आती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों को चुपचाप पैसा देने का कोई मतलब ही नहीं है। योजना पहले से ही लागू है और चुनाव के दौरान भी बहनों को इसका लाभ मिलता रहेगा।