नई दिल्ली । अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को घोषित बंद का असर पूरे जनपद में नहीं रहा। हालांकि एहतियातन जगह-जगह पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था। सबसे अधिक सुरक्षा इंतजाम रेलवे स्टेशन व रोडवेज बस स्टैंड पर था। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। अग्निपथ स्कीम के विरोध में चार दिनों पहले कुछ युवकों ने शहर में जमकर उत्पात मचाया था। ट्रेनों, दुकानों में तोड़फोड़ करने के साथ ही रेलवे यार्ड में खड़ी एक सवारी गाड़ी के डिब्बे में आग लगा दिया था। अग्निपथ योजना के विरोध की आशंका में सोमवार को और कड़ी कर दी गई। इस दौरान आज़मगढ़ जंक्शन से पर अधिकारियों संग पुलिस ने दौरा कर सुरक्षा का जायजा लिया। स्टेशन पर आने वाले सभी यात्रियों के साथ अन्य लोगों की भी तलाशी ली गई। सभी को चेताया गया कि कानून व्यवस्था को लेकर कोई माहौल खराब करने की कोशिश न करे। सुरक्षा की दृष्टि में सीआरपीएफ, एसएसबी के जवानों के साथ ही साथ सिधारी पुलिस, जीआरपी इंस्पेक्टर अरविंद शर्मा, आरपीएफ इंस्पेक्टर रमेश चंद्र मीणा, मूसेपुर चौकी इंचार्ज कमलनयन दुबे मौजूद रहे। जायजा लेने पहुंचे एसडीएम बूढ़नपुर नवीन प्रसाद, सीओ लालगंज मनोज रघुवंशी डटे रहे। अग्निपथ के विरोध में युवाओं के आंदोलन और भारत बंद के आह्वान को देखते हुए एसपी अजय कुमार सिंह सोमवार को दोपहर में अचानक रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिए। एसपी की निगरानी में पुलिस अधिकारियों ने ड्रोन कैमरे से रेलवे स्टेशन एवं आसपास के स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिए। वहीं जिले में भारत बंद का कोई असर नहीं रहा। नगर और ग्रामीण इलाके में व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे।  एसपी ने कहाकि किसी भी दशा में राजकीय सम्पत्ति की क्षति नहीं होने दी जाएगी। उन्होने आंदोलनकारी युवकों से भी अनुरोध किए कि वे राजकीय सम्पत्ति को क्षति न पहुंचाएं और आंदोलन की बजाय अग्निपथ के लिए शुरु होने वाली भर्ती की तैयारी में जुट जाए, ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके। रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद एसपी ने नगर के विभिन्न इलाकों का भ्रमण कर लोगों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किए। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा,सीओ सीटी प्रभात राय, कटरा,शहर और देहात कोतवाली के थानेदार फोर्स के साथ मौजूद रहे।