यदि जीवन लक्ष्य में समाज का उत्थान शामिल हो तो  उस समाज का कल्याण निश्चित है। इस राह में व्यक्ति को निष्काम होकर सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की परिकल्पना लेनी होती है। यह गुण मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में निहित हैं। इसकी बानगी देता है ग्लोबल स्किल पार्क। संत रविदास के नाम पर राजधानी भोपाल में स्थापित ग्लोबल स्किल पार्क में प्रदेश के युवाओं को स्किल बढ़ाने का प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलने के साथ तरक्की के नए द्वार खुलेंगे। इस बाबत प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बालाघाट, भिण्ड, मुरैना, धार और मंडला में नए मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन बालाघाट से वर्चुअली किया। 

“ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेज किसी सरकार ने खोले हैं। आदिवासियों को सस्ता व समय पर इलाज उपलब्ध कराने के लिए आदिवासी जिलों में भाजपा सरकार मेडिकल कॉलेज खोल रही है। जानकर अच्छा लगेगा कि भाजपा सरकार ने यहां चिकित्सा और इंजीनियरिंग की शिक्षा हिंदी में प्रारंभ की है। यानी अब गरीबों के बच्चे भी चिकित्सक बन सकेंगे।” यह बात भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश महामंत्री व सांसद कविता पाटीदार ने ग्लोबल स्किल पार्क, पांच नए मेडिकल कॉलेज एवं लाडली बहनों के खातों में 1250 रूपए की राशि भेजने पर सीएम शिवराज का आभार जताते हुए कही। भाजपा सरकार महिलाओं-बहनों को बराबरी का हक दिलाने के साथ उनके आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। लाडली बहना योजना बहनों के लिए वरदान बनी है और इस योजना के माध्यम से बहनें आत्मनिर्भर बनेंगी।
बालाघाट से वर्चुअल भूमिपूजन के दौरान सीएम शिवराजन ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश में मात्र छह मेडिकल कॉलेज हुआ करते थे और चिकित्सा शिक्षा का अभाव था। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पाती थीं लेकिन भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में आज प्रदेश में तीन दर्जन से अधिक चिकित्सा महाविद्यालय हो गए हैं। यह भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार है, जो कहती है वह करती भी है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल स्किल पार्क में युवाओं को उनकी कौशल क्षमता को बढ़ाने का प्रशिक्षण देने के साथ रोजगारपरक शिक्षा मिलेगी, जिससे युवाओं को देश के साथ विदेशों में भी नौकरी और रोजगार के अवसर मिलेंगे।