भोपाल, । मध्यप्रदेश में आगामी 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा के लिए भाजपा  ने बची 94 सीटों में से  92 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची को जारी कर दिया है।   सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृहक्षेत्र विदिशा और गुना सीट को  फिलहाल होल्ड पर रखा गया है।  इस तरह से भाजपा 230 सीटों में से 228 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। पांचवीं सूची में ज्यादातर  पुराने चेहरों को टिकट दिया गया है।  उज्जैन  के सांसद चिंतामणि मालीवय को आलोट से चुनाव मैदान में उतारा गया है।  जबकि  तीन मंत्रियों में ेसिंधिया समर्थक ओपीएस भदौरिया के साथ गौरी  शंबर बिसेन और यशोधरा राजे सिंधिया का टिकट काटा गया है। हालांकि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की जगह बालाघाट से उनकी बेटी मौसम बिसेन को टिकट दिया गया  है। हम बता दें कि  भाजपा  ने  136 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान पहले ही कर दिया था।

इन मंत्रियों के टिकट कटे
मंत्री ओपीएस भदौरिया अकेले नहीं हैं जिनका टिकट काटा गया हो।  बालाघाट से मंत्री गौरीशंकर बिसेन का टिकट काटकर उनकी बेटी मौसम बिसेन को दिया गया। इसके अलावा शिवपुरी से ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया का टिकट काटकर देवेंद्र कुमार जैन को दिया है। हालांकि यशोधरा राजे सिंधिया पहले ही चुनाव न लडऩे का ऐलान कर चुकी थी,  तो वहीं गौरीशंकर बिसेन लंबे समय से अपनी बेटी के लिए फील्डिंग जमा रहे थे, जिसमें वे आखिरकार सफल भी हुए।

भोपाल दक्षिण-पश्चिम सीट से सबनानी का े टिकट
भोपाल की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम कोलेकर छाया कुहांसा भी छंट गया है। इस सीट पर कई दावेदार होने से पेंच फंसा हुआ था।  पार्टी ने इस सीट पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी को मैदान में उतारा गया है। जबकि इस सीट पर लगातार तीन चुनाव जीत चुके  पूर्वमंत्री उमाशंकर गुप्ता सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।  गुप्ता 2018 के चुनाव में मौजूदा कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा से करीब 6 हजार वोटों से हार गए थे। गुप्ता के अलावा इस सीट पर

उम्रदराज चेहरों पर दांव
भाजपा ने इस बार विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए 60 साल पार चुके नेताओं को टिकट नहीं देने का क्राइटरिया तय किया था। लेकिन प्रदेश भर से पार्टी को मिले फीडबैक और संघ की रिपोर्ट के बाद पार्टी को भरोसेमंद उम्रदराज चेहरों को मैदान में उतारना पड़ा है।  पार्टी ने दमोह में   जयंत मलैया, सेंधवा मेें अंतरसिंह आर्य, खरगोन में बालकृष्ण पाटीदार माया सिंह और  धार में नीना वर्मा  और ग्वालियर पूर्व विधानसभा में माया सिंह पर दांव लगाया है।

होंशगाबाद में भाई के सामने भाई
होशंगाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं चार बार के  विधायक डा सीताशरण को चुनाव मैदान उतारा है। यहां उनका मुकाबला अपने भाई एवं कांग्रेस प्रत्याशी गिरिजाशंकर शर्मा से होगा। गिरिजाशंकर हाल ही में भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। तब उन्होंने कहा था कि यदि भाजपा से उनके भाई सीताशरण चुनाव लड़ेंगे तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। अब देखना है कि दोनों भाईयों के बीच रोचक मुकाबला देखने मिलता  है या फिर दोनों में से कोई एक चुनाव लडऩे से कदम पीछे खींचता है।

विदिशा-गुना सीट को होल्ड पर रखा
भाजपा की पांचवीं सूची में बची 94 सीटों में से 92 सीटों पर  तो उम्मीदवारों को घोषित कर दिया गया है। लेकिन दो सीटों को होल्ड कर दिया गया है। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृहनगर विदिशाा सीट का टिकट रोक दिया गया है। इस सीट पर अभी कांग्रेस के शशंाक भार्गव विधायक एवं प्रत्याशी हैं। इसके अलावा गुना सीट को भाजपा ने होल्ड किया है। इस सीट पर भाजपा के गोपीलाल जाटव विधायक हैं।


इन विधायकों के काटे टिकट
भाजपा ने निमाड़ में सबसे ज्यादा विधायकों के टिकट काटे है। पंधाना सीट से राम दोगने, खंडवा से देवेंद्र वर्मा, बुरहानपुर से सुमित्रा कास्डेकर पर फिर भरोसा नहीं जताया गया। बागली से पहाड़ सिंह कनौज, उज्जैन ग्रामीण से पारस जैन, रतलाम ग्रामीण से दिलीप कुमार मकवाना गरोठ सीट से देवीलाल धाकड़ का टिकट भी कट गया। जोबट विधायक सुलोचना रावत के बजाय उनके बेटे विशाला रावत को टिकट दिया है। स्वास्थ्य कारणों से सुलोचना को टिकट नहीं दिया। इसके अलावा इंदौर की तीन नंबर विधानसभा सीट से आकाश विजयवर्गीय का टिकट भी कट गया, क्योकि उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा ने इंदौर क्रमांक-एक प्रत्याशी बनाया है।

तीन आयातितों को भी दिया टिकट
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए तीन विधायकों के टिकट भी भाजपा ने होल्ड पर रखे थे। इनमें खंडवा जिले की मांधाता सीट से नारायण पटेल को फिर टिकट दिया गया। बड़वाह सीट से सचिन बिरला को भी भाजपा ने दूसरी बार टिकट दिया है।